Jharkhand News, Seraikela News: सरायकेला (प्रताप मिश्रा) : सरायकेला प्रखंड के कांदागोड़ा गांव में रविवार को वन क्षेत्र से भटककर गांव के खेतों में पहुंचे एक हिरण को ग्रामीणों ने मारकर खा लिया. हिरण मारने की खबर सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद वन विभाग व सरायकेला पुलिस गांव में पहुंची. छानबीन करते हुए मामले का खुलासा किया और 3 लोगों को नामजद करते हुए 50 अन्य ग्रामीणों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी.
सरायकेला के वन क्षेत्र पदाधिकारी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने मामले का खुलासा करते हुए ग्राम प्रधान पंडित हेम्ब्रम, साधु चरण पूर्ति, बोरजो पूर्ति एवं अन्य 50 ग्रामीणों कर खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बताया जा रहा है कि जंगल से भटककर एक बड़ा हिरण कांदागोड़ा ग्राम क्षेत्र में रविवार की सुबह 6:00 बजे पहुंचा था.
ग्रामीणों ने हिरण को गांव में देखा, तो उसे पकड़ने के लिए काफी देर तक दौड़ाया. जब हिरण पकड़ में नहीं आया, तो ईंट-पत्थर मारकर उसे घायल कर दिया. इसके बाद थके-हारे हिरण को पकड़ लिया. हिरण के पकड़े जाने के बाद ग्राम प्रधान पंडित हेम्ब्रम के बागान स्थित बेर के पेड़ से बांधकर उसे काटा गया और मांस को बांटकर लोग खा गये. बगान में ही सामूहिक भोज किया गया.
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घटना की सूचना सोशल मीडिया के जरिये जब विभाग तक पहुंची, तो वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सक्रिय हुए. वहीं, ग्रामीणों ने साक्ष्य को मिटाने की कोशिशें शुरू कर दीं. हालांकि, काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने कुछ मांस के टुकड़े वहां से बरामद कर लिये. इसी के आधार पर अब आगे की कार्रवाई की जा रही है.
घटना को लेकर पेड़ से टंगे हिरण के कटे सिर की तस्वीर फेसबुक पर वायरल होने के बाद यह चर्चा का विषय बन गया. हालांकि, कुछ ही देर बाद उक्त तस्वीर को फेसबुक से हटा दिया गया. वन विभाग को जैसे ही सूचना मिली, अधिकारी और कर्मचारी अलर्ट हो गये.
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हिरण मारने की सूचना पर वन विभाग की टीम रविवार की शाम छह बजे गांव पहुंची. यहां सरायकेला पुलिस की उपस्थिति में बातचीत के लिए गांव में एक भी पुरुष सामने नहीं आया. पूछताछ के लिए सामने आयी महिलाओं ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. सोमवार की सुबह सरायकेला वन क्षेत्र पदाधिकारी अपनी टीम के साथ फिर गांव में घटनास्थल पर पहुंचे.
अधिकारियों ने जमीन के मालिक ग्राम प्रधान से पूछताछ की. इसी क्रम में हिरण के मांस के कुछ टुकड़े बरामद हुए. कुछ ही दूरी पर हिरण को काटने के लिए जिस बेर के पेड़ के तने का इस्तेमाल हुआ था, झाड़ियों से उसे भी बरामद कर लिया गया. बताया गया है कि मांस के टुकड़ों को जांच के लिए देहरादून स्थित वाइल्डलाइफ रिसर्च इंस्टीट्यूट भेजा जा रहा है, ताकि इसकी पुष्टि हो सके कि मांस हिरण के ही हैं या किसी और जानवर के.
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सरायकेला वन प्रक्षेत्र के वन क्षेत्र पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि रविवार को दोपहर बाद क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा ग्राम क्षेत्र में पहुंचे हिरण का शिकार करने की सूचना प्राप्त हुई. काफी माशक्कत के बाद पुलिस ने मांस के टुकड़े बरामद किये हैं. इसके आधार पर कर्रवाई की जा रही है.
Posted By : Mithilesh Jha