Jharkhand News : मारवाड़ी युवा मंच एवं मारवाड़ी महिला समिति सरायकेला के संयुक्त तत्वावधान में मारवाड़ी धर्मशाला सरायकेला में श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शनिवार को समापन हो गया. अंतिम दिन भागवत कथा सुनने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. श्रीधाम वृंदावन से आये कथा वाचक वेदव्यास जी महाराज ने प्रवचन देते हुए कहा कि मानव जीवन की सार्थकता सद्कर्म व परोपकार करने में है. उन्होंने श्रीमद्भागवत गीता का महत्व समझाते हुए कहा कि भगवत गीता में मनुष्य के जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण सार समाहित है. श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान का वह भंडार है जो आत्मा का परमात्मा से साक्षात्कार कराकर उसके बैकुंठ ले जाने का मार्ग का प्रशस्त करती है. भागवत कथा के दौरान आकर्षक झांकी निकाली गयी. हवन पूजन किया गया. भंडारे का आयोजन कर प्रसाद का वितरण किया गया.
कथा वाचक वेदव्यास जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण का स्वधाम गमन एवं उद्धव चरित्र पर प्रवचन दिया. उन्होंने भागवत कथा में प्रदुम्न जन्म, स्यमंतक मणि की कथा, श्री कृष्ण कि गृहस्थ चर्या, सुदामा चरित्र और द्वादश स्कंध में भागवत धर्म का उपदेश बताते हुए कहा कि भगवान दीना नाम परिपालक हैं. उन्होंने अपने बाल्यकाल के प्रिय सखा सुदामा जी महाराज पर कृपा करते हुए ऐश्वर्यवान बना दिया था. सुदामा जी ने तो दुर्वासा ऋषि के द्वारा श्रापित चने को स्वयं खाकर द्वारिकाधीश श्री कृष्ण को श्राप से बचाया था. यह एक ब्राह्मण का त्याग और बलिदान ही तो है, जो भगवान को भी दरिद्र होने से बचा सकते हैं. इसीलिए तो भगवान स्वयं कहते हैं कि ब्राह्मण मेरे हृदय में निवास करते हैं.
भागवत कथा के दौरान आकर्षक झांकी निकाली गयी. इसके साथ ही हवन पूजन भी किया गया. इस दौरान भंडारे का आयोजन कर लोगों में प्रसाद का भी वितरण किया गया. कथा के दौरान मनोज कुमार चौधरी ने भागवत महापुराण व व्यास पीठ की आरती उतारी. इस दौरान मुख्य रूप से राजकुमार अग्रवाल , सत्यनारायण अग्रवाल, प्रभात स्वांसी, अभिषेक षाडंगी, देवाशीष नायक, अरुण सेकसरिया, संदीप सेक्सरिया, सुनील सेक्सरिया, गौरंग मोदक, विमलेश चौबे, रामलखन प्रसाद, विश्वनाथ साहू, विजय सेक्सरिया, रेखा सेक्सरिया, संगीता चौधरी, इन्द्रा अग्रवाल, सुनीता सेक्सरिया, सरोज सेक्सरिया, विमल चौधरी, कमल चौधरी, कमला देवी समेत भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे.
रिपोर्ट : शचिंद्र दाश/प्रताप मिश्रा, सरायकेला-खरसावां