Union Minister Arjun Munda, saraikela Kharsawan news, सरायकेला (शाचिन्द्र कुमार दाश) : केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा (Union Minister Arjun Munda ) ने खरसावां शहीद बेदी पर शहीदों (martyrs) को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आदिवासी बच्चों (tribal children) के लिये हर प्रखंड में एकलव्य विद्यालय (Ekalavya Schools) खोले जाएंगे. इसमें पढ़ाई के साथ-साथ खेल की भी व्यवस्था होगी. स्कूल पूरी तरह से हाईटेक होगा. उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार के क्षेत्र में भी आदिवासियों के लिये केंद्र सरकार कार्य कर रही है. आदिवासी छात्रों को उच्च शिक्षा (Higher education) के लिए राशि की व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने कहा कि उनके मंत्रालय से दी जाने वाली राशि से फिलहाल 4700 विद्यार्थी पीएचडी कर रहे हैं. फिलहाल सभी एसटी छात्रों को उनके खाते में ऑनलाइन छात्रवृति (Online scholarship) भेजी जायेगी.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि केंद्र के जनजातीय मंत्रालय रोजगार उन्मुखीकरण पर भी कार्य किया जायेगा. इसके तहत खरसावां-कुचाई क्षेत्र में तसर उद्योग को बढ़ावा दिया जायेगा. केंद्र सरकार का इस पर पूरा फोकस है. उन्होंने कहा कि वनाधिकार कानून के साथ साथ संवैधानिक अधिकारों के प्रति गांव के मुखिया-ग्राम प्रधानों को भी जागरुक किया जायेगा. खरसावां का शहीद स्थल अब प्रेरणा स्थल व शक्ति स्थल बन गया है. श्री मुंडा ने कहा कि अपने मुख्यमंत्रित्व काल में शहीद पार्क का निर्माण कार्य शुरू करवाया था. आगे भी इसके विकास के लिये कार्य योजना बना कर कार्य करेंगे.
उन्होंने कहा कि शहीद बेदी में श्रद्धांजलि देने के बाद जन हित में कार्य करने की प्रेरणा मिलती है. श्रद्धांजलि हृदय से होती है, दिखावे से नहीं. शहीद स्थल की पवित्रता बनी रहे, इसके अनुरूप कार्य करना है. यह संकल्प लेने की आवश्यकता है कि जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों के बेहतर भविष्य के लिए सही रूप से रेखांकित कर सके. यह स्थल श्रद्धा व आस्था का केंद्र है. मुंडा ने कहा कि आदिवासियों में भ्रम फैला कर बरगलाने वालो से सचेत रहने की आवश्यकता है. श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्य रुप से अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, बीजेपी जिला प्रभारी जेबी तुबिद, पूर्व विधायक मंगल सोय, लक्ष्मण टुडू, पूर्व मंत्री बडकुंवर गागराई , जिलाध्यक्ष विजय महतो, पूर्व प्रदेश सचिव शैलेंद्र सिंह, गणेश महली, उदय सिंहदेव, रामनाथ महतो, प्रदीप सिंहदेव, डुमू गोप, सानो गोप, दुलाल स्वांसी, लखी राम मुंडा, रमेश हांसदा समेत अन्य शामिल थे.
Posted By : Guru Swarup Mishra