बिहार के छपरा में तीन युवकों को कुछ लोगों के द्वारा बांधकर पिटाई करने से एक मौत हो गयी है. वहीं अन्य दो गंभीर रूप से घायल हैं. घटना की जानकारी मिलने के बाद गुस्साएं लोगों ने जमकर बवाल काटा. लोगों ने मेन रोड पर तोड़फोड़ करने के साथ आगजनी की. इलाके में बढ़ते तनाव को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा धारा 144 लगा दिया गया है. पुलिस मुख्यालय ने सोमवार को बताया कि सारण के मांझी थाना में वर्तमान स्थिति को देखते हुए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है. इसका उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. स्थिति पर नजर बनाए रखने के लिए वीडियोग्राफर भी रखा गया है. वहां गड़बड़ी फैलाने वालों का वीडियो बनाया जाएगा. इसके साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले के बाहर से भी अतिरिक्त सुरक्षा बल मंगाया गया है.
दो आरोपी को पुलिस ने पकड़ा
बताआ जा रहा है कि हत्या और मारपीट में शामिल दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. हत्या में शामिल अन्य लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) के नेतृत्व में विशेष जांच दल का गठन किया गया है. दोनों मामलों हत्या और उपद्रव के दोषियों के फरार रहने की स्थिति में तुरंत उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर भड़काऊ एवं भ्रामक पोस्ट करने वालों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है. इस मामले में मांझी थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया है.
क्या है मामला
पुलिस ने अनुसार गांव के मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव और उसके समर्थकों पर दो फरवरी को तीन युवकों अमितेश सिंह, राहुल सिंह और आलोक सिंह को बंधक बना कर उनकी बेरहमी से पिटाई किये जाने का आरोप है. इसमें अमितेश की मौत हो गई है. जबकि अन्य दो युवकों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घटना के विरोध में रविवार को उक्त गांव में आगजनी और तोड़फोड़ के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव व्याप्त होने की सूचना है.