छपरा : बिहार के सारण जिले में अब तक कुल 433 संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए पटना भेजा गया. इनमें से 408 की रिपोर्ट प्राप्त हो गयी, जिनमें तीन मरीजों में कोरोना पॉजिटिव मिला है. वहीं 305 के सैंपल जांच के बाद रिपोर्ट निगेटिव मिले है. ऐसी स्थिति में अभी भी सारण जिले के 125 संदिग्धों के सैंपल जांच कर रिपोर्ट प्राप्त होना बाकी है.
सिविल सर्जन अवधेश्वर झा के अनुसार इस सैंपल में गत दिन डोर-टू-डोर किये गये सर्वे में पाये गये संदिग्धों के अलावा सदर प्रखंड के नैनी, बसाढ़ी, रिविलगंज के इनई व अमनौर के भागवतपुर गांव के भी संदिग्ध लोगों के सैंपल शामिल है. मालूम हो कि जिले में पहले इसुआपुर प्रखंड के चांदपुरा उसके बाद 24 अप्रैल को अमनौर के भागवतपुर, 25 अप्रैल को रिविलगंज के इनई गांव में कोरोना पॉजिटिव मरीज मिलने और प्रशासन द्वारा इन गांवों के तीन किलोमीटर की परिधि में कंटेनमेंट जोन और तीन से 10 किलोमीटर की दूरी में बफर जोन बनाये जाने के बाद आम लोगों में कोरोना वायरस को लेकर भारी भय व्याप्त है.
इनई गांव में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद छपरा नगर निगम क्षेत्र और रिविलगंज नगर पंचायत क्षेत्र की बड़ी आबादी में इस वायरस को लेकर भय व्याप्त है. उधर, जिला प्रशासन की देख-रेख में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार क्वारेंटिन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर पर जहां नजर रखे हुए है.
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वहीं जहां से भी शिकायतें जिला नियंत्रण कक्ष, जिला आपातकालीन कक्ष व जिला स्वास्थ्य समिति के नियंत्रण कक्ष को मिल रही है. वैसी स्थिति में तुरंत ही प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी सूचना के आधार पर संबंधित गांवों में पहुंच कर अपने दायित्वों के निर्वहन में लगे दिख रहे है.
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कोरोना संक्रमित सीवान जिले से लगी सीमा पर रसूलपुर पुलिस ने अपनी सख्ती बढ़ा दी है. खासकर छपरा-सीवान एनएच 531 पर पहले से ज्यादा सख्ती की जा रही है. थानाध्यक्ष रामसेवक राउत के अनुसार बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए सरकार के निर्देशानुसार सख्ती बढ़ायी गयी है. वहीं सीमा पर कृषि कार्य के लिए ढील नियमानुसार दी गयी है.
छपरा-सीवान की सीमा बलिया कोठी, चनचौरा, डिब्बी बाजार, इटहरी गांवों से लगती है. जो पूरी तरह सील है. एनएच 531 पर चपरैठा गांव के दरोगा विजय कुमार तिवारी के साथ तीन महिला पुलिस के जवानों को भी कमान सौंपी गयी है. ग्रामीण क्षेत्र के कृषि कार्य दोनों जिलों में पड़ते हैं. कृषि कार्य के लिए ग्रामीण को दोनों सीमाओं में आने-जाने के लिए सरकार के निर्देशानुसार पुलिस द्वारा छूट दी जा रही है.
पुलिस के अनुसार, रसूलपुर थाना क्षेत्र की सीमा से लगे सीवान जिले के गांव के ग्रामीणों को चिकित्सा कार्य के लिए एकमा जाना पड़ता है. इसलिए आने-जाने के लिए पूरी जांच पड़ताल के बाद ही सीमा में प्रवेश कराये जाते हैं. वहीं सीमा के दोनों तरफ से लोग आने जाने के लिए ग्रामीण गांव की वैकल्पिक सड़कों से भी चोरी छीपे निकलते हैं