श्रावणी मेला 2022 (Shravani Mela ) के दौरान कांवरियों का जत्था सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी गंगा का जल भरकर बाबाधाम देवघर जा रहा है. इस बीच बुधवार को दो कांवरियों की कांवरिया पथ पर ही मौत हो गयी. एक घटना में डाक कांवर लेकर जा रहे खगड़िया निवासी कांवरिया की मौत हो गयी जबकि एक अन्य घटना में कैमूर के कांवरिया की मौत हो गयी.
भागलपुर जिला के सुल्तानगंज से जल लेकर डाक कांवरिया के रूप में बाबाधाम निकले खगड़िया निवासी विजय कुमार की मौत अचानक रास्ते में ही हो गयी. घटना तेघड़ा फौल के समीप की है. मृतक अपने भाई और भतीजा के साथ सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर जा रहे थे. अचानक कच्ची कांवरिया पथ पर उसकी तबीयत बिगड़ गयी. अचेत होकर वो जमीन पर पड़ गये. जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से आनन-फानन में इलाज के लिए सुल्तानगंज रेफरल अस्पताल लाया गया. लेकिन जांच के बाद डॉक्टरों ने कांवरिया को मृत घोषित कर दिया.
उधर मुंगेर में कांवरिया पथ पर कैमूर के कांवरिया की मौत हो गयी. मंगलवार की रात सुल्तानगंज से जल भरकर कांवर यात्रा पर बैजनाथ धाम जा रहे एक कांवरिया की मौत मनियां गांव के समीप सोयी अवस्था में ही हो गयी. मृत कांवरिया मंटू सिंह उम्र करीब 45 वर्ष, ग्राम लुरपुरवां, पोस्ट-भकोढ़ी, थाना मोहनियां, जिला कैमूर निवासी बताये गये. उनके साथ कांवर यात्रा कर रहे सतेंद्र सिंह, राधेश्याम साह, राकेश लाल, नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मंगलवार की सुबह वे लोग एक साथ सुल्तानगंज से जल भर पैदल बैजनाथ धाम जा रहे थे.
Also Read: श्रावणी मेला 2022 : कांवरिया पथ पर अनोखा नजारा, कांवर की जगह वृद्ध दंपती को पुत्र व दामाद दे रहे कंधा
घटना के बारे में साथ चल रहे कांवरियों ने बताया कि सभी लोग रात्रि में मनियां मोड़ के पास एक होटल में रुके थे. उसी होटल में एक साथ खाना खाकर सो गये. सुबह जब सभी शौच और स्नान करने को लेकर जगने लगे तो मंटू सिंह को काफी जगाने के बाद भी नहीं जगे. यह देख स्थानीय लोगों की मदद से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संग्रामपुर लाया गया. जहां चिकित्सक द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया.
Published By: Thakur Shaktilochan