सावन (Sawan 2022) के आठवें दिन गुरुवार को जमकर मेघ बरसे. इससे मौसम सुहाना हो गया. तपती धूप व उमस भरी गर्मी से कांवरियों को राहत मिली. अब तक के आठ दिन में गुरुवार को सर्वाधिक संख्या (1.25 लाख) में कांवरियों ने जल उठाया. कृष्ण पक्ष अष्टमी को कांवरियों का रैला बाबाधाम की यात्रा पर निकलता रहा. सावन की दूसरी सोमवारी पर भी कई कांवरिया बाबाधाम में जलार्पण करने के लिए गुरुवार को बाबाधाम की यात्रा पर निकले.
गुरुवार अहले सुबह से कांवरियों के उमड़ने का सिलसिला शुरू हो गया. बारिश के कारण दोपहर को कुछ देर के लिए कांवरिया रेलवे ओवरब्रिज से आगे पहले कठपुलवा तक कच्चा पथ छोड़ पक्का पथ पर ही चलते दिखे. कच्चा पथ पर कीचड़ व फिसलन उत्पन्न हो गया था. पुन: कांवरियों की लाइन कच्चा पथ पर लाया गया.
पथ पर कई जगह बारिश के बाद जलजमाव और कीचड़ हो गया था. सरकारी आंकड़े के अनुसार 756 डाकबम व 65058 सामान्य कांवरियों ने उत्तरवाहिनी गंगा से जल उठाया. यह आंकड़ा शाम पांच बजे तक का है. बड़ी संख्या में कांवरिया वाहन से भी रवाना हुए, जिनकी संख्या रिकॉर्ड नहीं होती है.
गौरतलब है कि श्रावणी मेला 2022 की शुरुआत बेहद सख्त मौसम के साथ हुई. कड़कड़ाती धूप में कांवरियों को अपनी यात्रा शुरू करनी पड़ी. वहीं कांवरिया पथ पर पूरे बिहार में गंगा का सफेद बालू बिछाया गया है जिसपर धूप पड़ते ही कांवरियों की परेशानी बढ़ने लगती है.
कांवरिया पथ पर लगातार वाटर केनन के उपयोग की बात कही गयी थी. ये कई जगहों पर देखा भी जा रहा है. जबकि कांवरिया पथ पर दुकान लगाये दुकानदार भी अपनी दुकान के आगे पानी का छिड़काव करते दिखते हैं.
देवघर के बाबा बैद्यनाथ पर जलार्पण के साथ ही बासुकीनाथ धाम जाने का उत्साह भी कांवरियों में रहता है. भागलपुर अंतर्गत कहलगांव के पड़ाव संघ की कांवर यात्रा गुरुवार को सन्हौला स्थित शिव मंदिर परिसर से बाबा बासुकीनाथ के लिए निकला. सन्हौला पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने कांवरियों का भव्य स्वागत किया.
सन्हौला बाजार कांवरियों से पट गया. साथ चल रहे कलाकारों ने शिवमंदिर परिसर में भगवान भोलेनाथ के भजन प्रस्तुत कर कांवरियों को खूब झुमाया. यहां के पड़ाव में विधायक पवन यादव की ओर से भंडारा का आयोजन किया गया था.
Published By: Thakur Shaktilochan