पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक अजीब घटना घटी है. राज पांडेय नाम का व्यक्ति खुद को बिहार के भागलपुर का डिप्टी कलेक्टर बताता था और सिलीगुड़ी में रहकर लोगों को ठगता था. लेकिन जैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी मिली उसकी तलाश शुरु कर दी गई. जिसके बाद ठगी के मामले में आरोपी को पकड़ने गये पुलिस अधिकारियों पर आरोपी द्वारा की गयी फायरिंग में एक सब-इंस्पेक्टर जख्मी हो गये. उनके पैर में गोली लगी है. घायल पुलिस अधिकारी का नाम रवींद्रनाथ सरकार है. वह सिलीगुड़ी कमिश्नरेट अधीन प्रधाननगर थाने में पोस्टेड हैं. उन्हें माटीगाड़ा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस की जवाबी गोली में राज पांडेय भी जख्मी हुआ है. उसे भी स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके पास से 9एमएम की एक पिस्तौल मिली है. ठगी में उसका साथ देने का आरोप एक असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस (एसीपी) पर लगा है. आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गयी है.
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पुलिस सूत्रों के मुताबिक, प्रधाननगर थाने में राज पांडेय के खिलाफ कई शिकायतें दर्ज करायी गयी हैं. जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह खुद को बिहार के भागलपुर का डिप्टी कलेक्टर बता नौकरी का झांसा देकर कई लोगों से मोटी रकम ऐंठ चुका है. वह सिलीगुड़ी में बिहार सरकार का बोर्ड लगे गाड़ी में नीली बत्ती लगाकर घूमता है. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी माटीगाड़ा के दागापुर इलाके में स्थित एक फ्लैट में छिपा है. इसके बाद सोमवार रात को प्रधाननगर थाने के आइसी (इंस्पेक्टर इन चार्ज) अनिर्वाण राय और सब इंस्पेक्टर रवींद्र नाथ सरकार आरोपी को पकड़ने पहुंचे. आरोप है कि दोनों पुलिस अधिकारियों को देखते ही आरोपी ने आइसी को लक्ष्य कर फायरिंग कर दी, लेकिन गोली आइसी के पास खड़े सब-इंस्पेक्टर के पैर में जा लगी. पुलिस की जवाबी फायरिंग में आरोपी भी घायल हो गया.
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आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही पता चला कि राज पांडेय ने एक व्यक्ति से सात लाख रुपये की ठगी की थी. प्रधाननगर थाने के एक अन्य पुलिसकर्मी एवं सिलीगुड़ी कमिश्नरेट के एक एसीपी रैंक के अधिकारी के आरोपी से मिले होने का आरोप लगा है. इस जानकारी के बाद सिलीगुड़ी कमिश्नरेट के कमिश्नर अखिलेश चतुर्वेदी ने कहा कि एक पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गयी है, अन्य पर लगे आरोप की जांच की जा रही है. आरोपी के पास नागालैंड से जारी लाइसेंसी रिवॉल्वर भी जब्त किया गया है. वह कब से ठगी का धंधा चला रहा था, इस बारे में पता लगाया जायेगा.
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