अलीपुरदुआर : पश्चिम बंगाल समेत पूरे देश में कोरोना को हराने के लिए टीकाकरण का अभियान शुरू हो चुका है. कोरोना से जंग लड़ने वाले हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सबसे पहले कोरोना का टीका दिया जा रहा है. लेकिन, पश्चिम बंगाल के अलीपुरदुआर में उस वक्त इस अभियान पर विवाद छिड़ गया, जब यहां के विधायक सौरभ चक्रवर्ती का नाम इस सूची में सबसे ऊपर था.
टीकाकरण अभियान के लिए बनी सूची में पहले नंबर पर अलीपुरदुआर के विधायक सौरभ चक्रवर्ती के नाम का पता चला, तो इस पर विवाद छिड़ गया. सवाल उठा कि सौरभ चक्रवर्ती न तो डॉक्टर हैं, न ही हेल्थ वर्कर. वे फ्रंटलाइन वर्कर या कोरोना वरियर भी नहीं हैं. फिर कोरोना वैक्सीनेशन के लिए बनी सूची में सबसे पहले उनका नाम कैसे हो सकता है. मामले ने तूल पकड़ा, तो सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि वह टीका नहीं ले रहे हैं.
सूची में सबसे ऊपर अलीपुरदुआर के विधायक सौरभ चक्रवर्ती का नाम होने के बारे में पूछे जाने पर जिला स्वास्थ्य विभाग के एक पदाधिकारी ने कहा कि विधायक रोगी कल्याण समिति के चेयरमैन हैं. वहीं, श्री चक्रवर्ती ने कहा कि उनके नाम पर बेवजह राजनीति हो रही है. सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि पहले आम लोगों को टीका लगाया जायेगा, उसके बाद ही वह कोरोना का टीका लेंगे.
एक बांग्ला चैनल पर श्री चक्रवर्ती ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘विवाद की कोई वजह नहीं है. यदि कोरोना टीकाकरण के लिए बनी सूची में मेरा नाम था, तो मैं स्वास्थ्य विभाग के प्रति कृतज्ञ हूं. कोरोना संकट के दौरान मैंने लोगों के साथ मिलकर काफी काम किया है. मैं रोगी कल्याण समिति का चेयरमैन हूं. मैं अलीपुरदुआर हॉस्पिटल, कोविड हॉस्पिटल, जलपाईगुड़ी स्वास्थ्य विभाग की कमेटी का भी चेयरमैन हूं.’
अलीपुरदुआर के विधायक सौरभ चक्रवर्ती ने कहा कि कोरोना काल में उन्हें 8 बार जांच करानी पड़ी. हर बार रिपोर्ट निगेटिव आयी. टीका लेने की चिंता मुझे कभी नहीं रही. मैंने इसको लेकर कभी कोई आवेदन भी नहीं दिया. मैंने किसी को यह प्रस्ताव भी नहीं दिया कि मुझे कोरोना का टीका लगाया जाये. आप समझ लीजिए कि मैं कोरोना का टीका नहीं लगवा रहा हूं.’
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श्री चक्रवर्ती ने कहा, ‘मैंने स्वास्थ्य विभाग को बता दिया है कि सबसे पहले आम लोगों को टीका लगाया जाये. विधायक को उसके बाद. सबसे पहले फ्रंटलाइन वरियर्स, स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और अधिकारी, फिर क्षेत्र के लोगों को और उसके बाद विधायक को टीका लगाया जाये. चूंकि मैं रोगी कल्याण समिति का चेयरमैन हूं, शायद इसलिए सूची में मेरा नाम भी लिखा गया होगा.’
Posted By : Mithilesh Jha