Jharkhand News: सिमडेगा जिला अंतर्गत कोलेबिरा थाना क्षेत्र की ऐडेगा पंचायत स्थित कालहाटोली में 85 वर्षीय महिला डोमिनिका डुंगडुंग के शव को कुटुंब (गोतिया), प्रशासन और ऐडेगा मुखिया के सहयोग से दफनाया गया. डोमिनिका डुंगडुंग की मृत्यु 30 नवंबर, 2022 को हुई थी, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने बहू पर डायन होने का आरोप लगाते हुए उसकी सास के शव को दफनाने में सहयोग नहीं किया. काफी मशक्कत के बाद पुलिस प्रशासन के सहयोग से उसके शव को दफनाया गया.
क्या है मामला
मृतक के बेटे प्रदीप डुंगडुंग ने बताया कि करीब दो साल पूर्व नवंबर, 2020 में ग्रामीणों ने बैठक कर उसकी पत्नी पर डायन होने का आरोप लगाया था. साथ ही पांच हजार रुपये हड़िया एवं मुर्गा के लिए मांग की गयी थी. लेकिन, उसकी पत्नी ने उस वक्त कहा था कि वह काफी गरीब है. पैसे नहीं दे सकती. इसके बाद ग्रामीणों ने उसके खिलाफ डायन होने का आरोप लगाकर बार-बार परेशान किया जाता था. इससे तंग आकर प्रदीप की पत्नी ने महिला समिति से मिलकर कोलेबिरा थाना में केस भी दर्ज कराया था.
ग्रामीणों ने सामाजिक बहिष्कार की कही थी बात
इधर, गांव में किसी की भी मृत्यु होने पर ग्रामीण प्रदीप की पत्नी पर ही डायन करने का शक करके उन्हें परेशान करते थे. ग्रामीणों द्वारा यह भी कहा गया था कि अगर इस महिला के के घर में किसी की मृत्यु होगी, तो ग्रामीणों का सहयोग नहीं मिलेगा. खड़िया समाज उस महिला का सामाजिक बहिष्कार करेगा. बुधवार (30 नवंबर, 2022) को पीड़ित महिला की सास की मृत्यु हुई, तो ग्रामीण उनके सहयोग के लिए आगे नहीं आये.
केस वापस लेने का बनाया था दबाव
वहीं, पीड़ित महिला से ग्रामीणों ने कहा कि पहले बैठक कर केस वापस लो, तभी हम शव को दफनाने के लिए जाने देंगे. इधर, मुखिया जिरेन डांग ने घटना के संबंध में कहा कि डोमेनिका डुंगडुंग की मृत्यु हो गयी है, लेकिन पूर्व में पीड़ित महिला पर डायन बिसाही का आरोप लगने के कारण खड़िया समाज इनका सहयोग नहीं कर रहा है. इसके बाद घटना की जानकारी कोलेबिरा पुलिस को दी गयी. सूचना मिलने पर कोलेबिरा पुलिस गांव पहुंची. कोलेबिरा थाना प्रभारी रंजीत महतो द्वारा सभी ग्रामीणों को समझाया गया. इसके बाद सभी ने मिलकर शव को दफनाया.
रिपोर्ट : मो इलियास, सिमडेगा.