Jharkhand news: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी सिमडेगा जिला अंतर्गत कोलेबिरा थाना क्षेत्र के मॉब लिंचिंग घटनास्थल बेस्राजारा पहुंचे. यहां पहुंचकर पूर्व सीएम श्री मरांडी मृतक संजू प्रधान की पत्नी पूनम देवी और उनके परिजनों से मिले. वहीं, इस मामले में CBI जांच की मांग के साथ-साथ एसपी और ठेठईटांगर के थाना प्रभारी को बर्खास्त करने की मांग की.
इधर, परिजनों से पूरी घटनाक्रम की जानकारी लेने के बाद पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने पत्रकारों से कहा कि जिस प्रकार से घटना घटी है उसके लिए पूरी तरह से पुलिस को जिम्मेदार ठहराना चाहिए. साथ ही तत्काल सिमडेगा एसपी और ठेठईटांगर के थाना प्रभारी को बर्खास्त किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि पुलिस ने स्वयं हत्या करवाई है. पुलिस की मौजूदगी में और देखरेख में इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया है. पुलिस अपने मोबाइल से वीडियो बनाती रही. यह भी कहा कि घटना में शामिल होने के आरोप में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वह बिल्कुल बेकसूर है. उन्हें तत्काल रिहा किया जाये.
पूर्व सीएम श्री मरांडी ने कहा कि पीड़ित परिवार के द्वारा दिये गये बयान के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी पुलिस नहीं कर रही है. कहा कि पूरे घटना को अलग मोड़ देने का प्रयास किया जा रहा है. झारखंड सरकार से उन्हें तो न्याय की उम्मीद है ही नहीं. इसलिए CBI जांच की मांग करते हैं.
उन्होंने कहा कि चाहे जितना दिन लग जाये वो इस मामले की CBI जांच करा कर ही रहेंगे और परिवार को न्याय दिला कर रहेंगे. पुलिस हत्याकांड में शामिल जो सही आरोपी है उसको गिरफ्तार करें और बेकसूर को गिरफ्तार कर खानापूर्ति करना बंद करें.
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि खूंटकटी से लकड़ी काटने की कहानी मनगढ़ंत है. लकड़ी काटे जाने से संबंधित वन विभाग को सूचना दी गई थी. इसके बाद वन विभाग ने लकड़ी को जब्त भी कर लिया था. फिर यह कहानी क्यों गढ़ी जा रही है. कहा कि राज्य बनने से पहले से गौ मांस पर प्रतिबंध है. फिर बेस्राजारा बाजार में खुलेआम गौ मांस की बिक्री पुलिस की देखरेख में कैसे होती है. यह सब कई ऐसे ज्वलंत मुद्दे हैं जिसकी जांच CBI करेगीए तो परत दर परत सभी की भूमिका स्पष्ट हो जायेगी और सभी को सजा मिलेगी.
रिपोर्ट : रविकांत साहू, सिमडेगा.