जमशेदपुर : प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) वाइल्ड लाइफ कुलवंत सिंह ने पूर्वी सिंहभूम जिले में सात हाथियों की मौत पर कड़ी नाराजगी जतायी है. उन्होंने कहा कि हाथियों की मौत घोर अपराध है. इस मामले में दोषी बिजली विभाग के अधिकारी बख्शे नहीं जायेंगे. बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हाथियों की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि तारों की ऊंचाई को लेकर भारत सरकार का स्पष्ट गाइडलाइन है.
जिले में कई जगह यह ऊंचाई कम है.वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत बिजली विभाग के दोषी अधिकारियों के खिलाफ केस किया गया है. आगे भी कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने प्रभात खबर से बातचीत में कहा कि वन विभाग की ओर से इस संबंध में कई बार बिजली विभाग के साथ पत्राचार किया गया. इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इसका नतीजा है कि पहले दो हाथियों की मौत हुई. फिर से पांच हाथियों की मौत हो गयी है. पीसीसीएफ ने पूरे कोल्हान में हाथियों के मूवमेंट वाले इलाके में बिजली के तारों की ऊंचाई ठीक करने के लिए कहा है. बिजली विभाग को पूरी सूची सौंपी गयी है.
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कहां कहां तार झूल रहे हैं. इसकी विस्तृत जानकारी दी गयी है. उन्होंने कहा कि मूवमेंट वाले इलाकों में बंगाल की ओर से गड्ढे खोद दिये गये हैं. यह मामला केंद्र सरकार के समक्ष उठाया गया है. बंगाल, ओडिशा, छत्तीसगढ़ राज्यों के बीच केंद्र सरकार की पहल पर को-र्डिनेशन का काम हो रहा है. अलग से एक्शन प्लान बन रहा है. राज्य स्तर पर बिजली विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर समस्या के समाधान की कोशिश हो रही है.