घाटशिला (पूर्वी सिंहभूम), मो परवेज/ गौरव पाल : पश्चिम बंगाल के खेमासोली में चार अप्रैल से एनएच 49 जाम था. सातवें दिन 10 अप्रैल की दोपहर 11:30 बजे हाईवे जाम हटा लिया गया. कुड़मी समाज पश्चिम बंगाल कमेटी के नेतृत्वकर्ता राजेश महतो ने जाम हटाने की घोषणा दोपहर में की. उन्होंने बताया कि लोगों की परेशानी को देखते हुए जाम स्थगित कर दिया गया. वहीं, 10 अप्रैल को बंगाल सरकार के मुख्य सचिव ने आंदोलनकारियों को वार्ता के लिए आमंत्रित किया था, पर कतिपय कारणों से वार्ता स्थगित कर दी गई. अब 11 अप्रैल को कोलकाता में वार्ता होगी. इस वार्ता में कुड़मी समाज की मांगों पर विचार की जाएगी. मालूम हो कि कुड़मी समाज एसटी में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलित हैं. उनकी एक ही मांग है पश्चिम बंगाल राज्य सरकार जस्टिफिकेशन बिल केंद्र सरकार को भेजें. इस संबंध में राजेश महतो ने कहा कि पिछले बार सितंबर 2022 में भी आंदोलन किया गया था, तब राज्य सरकार ने भरोसा दिया था कि जस्टिफिकेशन बिल केंद्र सरकार को भेज देंगे, पर आज तक नहीं भेजा गया.
सात दिनों बाद जाम हटने से 60 किलोमीटर तक फंसे वाहन चालकों को मिली राहत
सात दिनों तक हाईवे जाम होने से लगभग 60 किलोमीटर तक हाईवे में जाम लग गया था. बंगाल से झारखंड के बरसोल बहरागोड़ा तक जाम पहुंच गया था. इस जाम में विभिन्न राज्यों के भारी वाहन फंसे थे. चालक खलासी परेशान थे. भोजन पानी का संकट उत्पन्न हो गया थ. पैसे भी खत्म होने जा रहे थे जिससे चालक परेशान थे. लेकिन, सातवें दिन हाईवे जाम हटने से चालकों को राहत मिली और 12:00 बजे दोपहर के बाद हाईवे पर परिचालन शुरू हो गया. एनएच 49 रांची से कोलकाता को जोड़ता है जो मुख्य मार्ग इसके खुलने से कोलकाता से व्यापार का रास्ता साफ हो गया.
रात में ही रेलवे ट्रैक जाम मुक्त होने से आज ट्रेनों का परिचालन सामान्य रहा
रविवार रात को आंदोलनकारियों ने खेमासोली स्टेशन से जाम हटा लिया था. इसके बाद रेल प्रशासन ने पहले कई मालगाड़ी को रवाना किया. फिर देर रात से एक्सप्रेस ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया गया आज सुबह खड़कपुर टाटा सवारी गाड़ी टाटा खड़कपुर सवारी गाड़ी स्टील एक्सप्रेस इस्पात एक्सप्रेस आदि का परिचालन सामान्य रूप से हुआ लंबी दूरी की ट्रेनें जो जहां-जहां फंसी थी उसका भी परिचालन शुरू कर दिया गया हालांकि, ट्रेनों में आज यात्री नहीं थे. जाम के कारण रेल प्रशासन ने बुकिंग टिकट को रद्द कर दिया था. मंगलवार से ट्रेन परिचालन सामान्य स्थिति में आ जाएगी.
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हाईवे 7 दिनों तक तो रेलवे 5 दिनों तक रहा जाम, करोड़ों का नुकसान
खेमासोली में कुर्मी समाज का घाघर घेरा आंदोलन के कारण हाईवे सातवें दिनों और रेलवे के पांच दिनों तक जाम रहने से करोड़ों का नुकसान हुआ है. रेलवे को सबसे अधिक क्षति हुई है. मालगाड़ी, एक्सप्रेस ट्रेन और लोकल ट्रेन के परिचालन बंद होने से आम यात्री, छात्र, सब्जी, दूध, मछली, फूल के व्यापारी और छोटे-मोटे व्यापारी खासे परेशान रहे. स्टेशनों में सन्नाटा पसरा रहने से टेंपो रिक्शा होटल चलाने वाले बेरोजगार हो गए. हाईवे जाम होने से कोलकाता कर रांची तक के तमाम टोल प्लाजा पर भी पूरा प्रभाव पड़ा. इससे टोल प्लाजा में आने वाले टैक्स में करीब 40 से 45% की गिरावट हुई. इसकी पुष्टि गालूडी के टोल प्लाजा पुत्रों के मैनेजर ने की इसके अलावा तमाम निजी ट्रांसपोर्ट एवं अन्य व्यापार को खासा नुकसान उठाना पड़ा है.
आंदोलन समाप्त नहीं, बल्कि सिर्फ स्थगित हुआ : राजेश महतो
कुड़मी समाज पश्चिम बंगाल राज्य कमेटी के राजेश महतो ने कहा कि कुड़मी समाज अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है. हमारी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी. आमजन की समस्या को देखते हुए आंदोलन समाप्त नहीं किया गया है सिर्फ स्थगित किया गया है. मंगलवार 11 अप्रैल की वार्ता के बाद आगे की रणनीति कुड़मी समाज तय करेगा.