Coronavirus In Jharkhand : किरीबुरु (शैलेश कुमार सिंह) : मजदूर नेता सह समाजसेवी कन्हैया सिंह की मौत के बाद आज इनकी पत्नी कोरोना से जंग लड़ते हुए हार गयी. उनकी मौत आज सुबह लगभग साढ़े तीन बजे जमशेदपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई. आठ दिन पूर्व ही पच्चीस अप्रैल को मजदूर नेता कन्हैया सिंह की मौत जमशेदपुर के एक अस्पताल में हो गई थी. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में वायरल बुखार से लोगों की परेशानी बढ़ी है.
मजदूर नेता कन्हैया सिंह एवं उनकी पत्नी दोनों कोरोना संक्रमित थे. आठ दिन के अन्दर पति-पत्नी की मौत से कन्हैया सिंह के परिवार में दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है. इससे किरीबुरु में शोक की लहर है. कन्हैया सिंह अपने पीछे दो पुत्र एवं पुत्री छोड़ गये. निधन पर किरीबुरु के अध्यक्ष अशोक कुमार एवं सूरज सिंह आदि ने गहरा दुःख व्यक्त किया है.
मौसम में निरंतर उतार-चढ़ाव व बढ़ती गर्मी के बीच वायरल बुखार से लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं. हालात ऐसी होती जा रही है कि एक परिवार के कई लोग इससे ग्रसित हैं तथा सैकड़ों परिवारों में यह बीमारी घर कर गयी है. वायरल बुखार की वजह से दवा दुकानों में भी पारासिटामोल, एंटीबायोटिक, खांसी की दवाओं व कफ सीरप की बिक्री काफी बढ़ गई है. वायरल बुखार से ग्रसित कई मरीजों ने कोरोना जांच करायी, लेकिन उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई.
किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के लोगों को हरी व ताजी सब्जियों की समस्या उत्पन्न न हो, इसके लिए मनोहरपुर व किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के सब्जी बिक्रेताओं ने आपसी तालमेल कर बेहतर प्रयास शुरू कर दिया है. इससे साप्ताहिक हाट या आम हाट-बाजार में भीड़ नहीं लग रही है. उल्लेखनीय है कि किरीबुरु शहर में हरी सब्जियां मनोहरपुर से ही प्रायः आपूर्ति होती रही है. पहले मनोहरपुर के व्यापारी किरीबुरु आकर सब्जी बेचते थे, लेकिन कोरोना की वजह से सरकार द्वारा लागू स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह के बाद किरीबुरु एवं मनोहरपुर के व्यापारी द्वारा आपस में तालमेल कर लिया गया है. मनोहरपुर के व्यापारी हल्का मुनाफा लेकर वहां से हरी सब्जियों को कैम्फर वाहन से सीधे किरीबुरु के व्यापारी को थोक में उपलब्ध करा दे रहे हैं.
बसों का परिचालन लगभग बंद होने की वजह से एक शहर से दूसरे शहर में जाने-आने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस समस्या से सबसे ज्यादा परेशान गरीब, मध्यम वर्गीय तथा वैसे लोग जिनके पास अपना निजी वाहन नहीं है. उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी काल में कई लोगों को शादी-व्याह, श्राद्ध कर्म अथवा इलाज को लेकर अन्यत्र आना-जाना करना पड़ रहा है. मेघाहातुबुरु के सेलकर्मी श्याम पूर्ति व कुछ अन्य यात्रियों ने बताया कि वह जमशेदपुर से किरीबुरु जाने वाली बस में सवार हुये लेकिन बस बड़ाजामदा में ही रोक दी गयी. इससे उन्हें काफी परेशानी हुई.
Posted By : Guru Swarup Mishra