Jharkhand News (शैलेश सिंह, किरीबुरु, पश्चिमी सिंहभूम) : पश्चिमी सिंहभूम जिला अंतर्गत सारंडा के गांवों में सांप डसने की घटना में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है. इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया है. वहीं, सारंडा क्षेत्र के हॉस्पिटल में इसके इलाज की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं. साथ ही इन हॉस्पिटल में एंटी स्नेक वेनम की उपलब्धता की भी चर्चा होने लगी है.
मालूम हो कि बारिश के शुरू होते ही सारंडा के जंगल समेत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जल-जमाव शुरू होने लगता है. इससे सांप, बिच्छू आदि का बराबर प्रकोप देखा जाता है. पिछले एक माह के दौरान सारंडा के जोजोगुटू गांव के दो युवक तथा सलाई क्षेत्र के एक युवक की मौत सांप डसने से हो गयी. इस दौरान दर्जनों लोग बिना विष वाले सांप काटने की वजह से बच गये हैं.
सारंडा के सुदूरवर्ती गांवों में यातायात व चिकित्सा की सुविधा नहीं होने की वजह से ऐसी घटना में लोग अंधविश्वास का सहारा लेकर अपनी जान गवां देते हैं. सारंडा के छोटानागरा, तिरिलपोसी, दोदारी आदि स्वास्थ्य उपकेंद्रों आदि में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन व इलाज की सुविधा नहीं है.
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सेल की किरीबुरु-मेघाहातुबुरु जेनरल अस्पताल के सीएमओ डॉ एम कुमार ने बताया कि हमारे यहां एंटी स्नेक वेनम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. सारंडा एवं आसपास के क्षेत्र के लोग जो सर्प दंश के शिकार हुए हैं वो तत्काल इस हॉस्पिटल में इलाज कराने बिना समय गंवाये आयें, ताकि समय पर इलाज कर उनकी जान बचायी जा सके.
सेल की गुआ हॉस्पिटल के सीएमओ डाॅ सी के मंडल ने बताया कि इस हॉस्पिटल में आपातकालीन सेवा के लिए 10 एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन उपलब्ध है. साथ ही और इंजेक्शन की खरीद के लिए आर्डर दिया गया है. उन्होंने कहा कि गुआ हॉस्पिटल ऐसे मरीजों की जान बचाने के लिए सदैव तैयार है, लेकिन समय पर सर्पदंश के मरीज हॉस्पिटल में पहुंचनी चाहिए.
इस संबंध में मनोहरपुर सीएचसी प्रभारी डाॅ उत्पल मुर्मू से दो बार संपर्क साधने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने दोनों बार फोन रिसिव नहीं किया. यही कारण है सरकारी हॉस्पिटल में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन की सही जानकारी नहीं मिल पायी. लेकिन, सूत्रों बताते हैं कि छोटानागरा समेत कई सरकारी हॉस्पिटल में एंटी स्नेक वेनम इंजेक्शन या इसे देने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं जिससे समस्या उत्पन्न होते रहती है और मरीजों की जान पर बनी रहती है.
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Posted By : Samir Ranjan.