Jharkhand news, West Singhbhum : नोवामुंडी (पश्चिमी सिंहभूम) : सीमावर्ती राज्य ओड़िशा से लौह अयस्क लदे ट्रकों द्वारा निर्धारित रुट चार्ट का उल्लंघन कर परिवहन कार्य किये जाने से बड़ाजामदा एवं नोवामुंंडी में हर दिन 2-3 घंटों तक सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
जाम रहने से हर दिन लौहांचल के लोगों को अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आरओबी निर्माण कार्य में एप्रोच सड़क पर प्रत्येक दिन ओड़िशा से ट्रकों के परिचालन के दौरान घंटों जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. प्रति दिन नोवामुंडी पुलिस को घंटों मशक्कत कर आवागमन सुविधा को बहाल करने में पसीना बहाना पड़ रहा है.
इस संबंध में नोवामुंडी भाग-1 के जिला परिषद सदस्य शंभू हाजरा ने कहा कि ओड़िशा से खनिज परिवहन का खनन विभाग द्वारा रूट चार्ट निर्धारित किया गया. इसमें चंपुआ से जैंतगढ़ होते हुए चाईबासा एनएच पर निकलना है, लेकिन इस रूट चार्ट कर उल्लंघन कर अयस्क लदे वाहन बड़ाजामदा- नोवामुंडी और जगन्नाथपुर होते हुए चाईबासा एनएच पर निकलते हैं. यह सब विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से हो रहा है.
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उन्होंने आरोप लगया कि ऐसी स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब आरटीओ, डीटीओ तथा खनन विभाग के बीच सांठगांठ कर इन वाहनों को इन क्षेत्रों से पार कराया जाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि आरटीओ एवं डीटीओ के पदाधिकारी क्षेत्र में केवल गिट्टी लदे गाड़ियों को ही पकड़ रहे हैं, जबकि खनिज परिवहन का ओड़िशा द्वारा निर्गत रूट चार्ट परमिट की जांच नहीं की जा रही है.
मुखिया रेवती पुरती ने बताया कि जनहित सर्वोपरि है. लौह अयस्क लदे वाहनों को ओड़िशा से झारखंड में प्रवेश करते समय निर्धारित रूट चार्ट का ही पालन करना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं होना भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है. ओड़िशा सरकार ने ही ओड़िशा से झारखंड प्रवेश करने का रूट चार्ट निर्धारित किया है, लेकिन संबंधित अधिकारी मौन हैं. जनहित में पहल होनी चाहिए.
झामुमो के जिला उपाध्यक्ष प्रेम प्रसाद गुप्ता का मानना है कि परिवहन के लिए बनाये गये रूट चार्ट को जनहित एवं प्रशासनिक दृष्टि से अनुपालन सुनिश्चित होनी चाहिए. प्रत्येक दिन लौह अयस्क लदे ट्रकों के बड़ाजामदा से गुजरने के कारण जाम की स्थिति से आम से खास सभी परेशान हो रहे हैं.
Posted By : Samir Ranjan.