सीवान. आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार में बदलाव किया गया है. अब बच्चों को पहले से ज्यादा पौष्टिक आहार मिलेगा. आंगनबाड़ी केंद्रों पर 3 से 6 वर्ष के बच्चों को स्कूल अवधि के दौरान नास्ता और दो बार भोजन दिया जाएगा. सप्ताह में प्रतिदिन नास्ता व खाना में अलग अलग मेनू के अनुसार भोजन होगा. इस संबंध में आईसीडीएस निदेशालय ने गाइडलाइन जारी किया है. समाज कल्याण विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों में नामंकित बच्चों को पोषाहार के रूप में कैलोरी एवं प्रोटीन भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह बदलाव किया गया है. इसके पूर्व भी बदलाव किया गया था.
बदलते समय के अनुसार पूरक आहार को गतिविधियों में बदलाव किया गया है. आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को समय के अनुसार उन्हें आवश्यक पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है. अब बच्चों को सप्ताह में सभी दिन नाश्ता व भोजन में प्रोटीन व कैलोरी युक्त भोजन उपलब्ध कराया जाएगा. विभाग द्वारा जारी किए गए निर्देश के अनुसार बच्चों को नास्ते में केला, पपीता जैसे मौसमी फल, दूध, अंकुरित चना व गुड़, भुना चना और मूंगफली आदि दिए जाएंगे. सप्ताह के अलग अलग दिवस पर अलग अलग सामग्री बच्चों को नास्ते के रूप में दिया जाएगा. इसके अलावा बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूरक आहार संबंधित भोजन भी उपलब्ध कराया जाएगा. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इसके लिए सभी तरह की तैयारी चल रही है.
आंगनबाड़ी केंद्रों पर नए पूरक पोषाहार के रूप में बच्चों को पुलाव, रसियाव, खिचड़ी, आलू-चना सब्जी के साथ चावल, सोयाबीन सब्जी व चावल, कद्दू दाल या साग दाल के साथ चावल परोसा जाएगा. यह सभी पोषाहार बच्चों के पोषण के लिए आवश्यक है. इससे बच्चों के शरीर में प्रोटीन और कैलोरी बढ़ेगा.
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जारी निर्देशिका के अनुसार पूरक पोषाहार के अतिरिक्त आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक दिन का विशेष पोषाहार अभियान चलाया जाएगा. जिसमें बच्चों के साथ गर्भवती व धात्री महिलाओं को भी पोषाहार उपलब्ध कराया जाएगा. आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रतिदिन उपस्थित होने वाले लाभुकों के आधार पर पोषण राशि का भुगतान किया जाएगा.
आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को प्रदान की जाने वाली भोजन के मेन्यू में बदलाव किया गया है. नास्ता व खाना का अलग अलग प्रावधान किया गया है. इसको लागू करने का सभी केंद्रों को निर्देश दिया जा रहा है. -प्रतिभा गिरी, डीपीओ, आइसीडीएस