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सीवान-मशरक खंड की जमीन के लिए मिलने लगा मुआवजा, ऑनलाइन बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की कागजी कार्यवाही जारी

Bihar News: राम-जानकी पथ के पहले चरण में सीवान से मशरक के बीच जिले के पांच अंचलों पचरूखी, महाराजगंज, गोरेयाकोठी, बसंतपुर और भगवानपुर हाट के किसानों की भूमि अधिग्रहित की गयी है. इन लोगों को अब मुआवजा मिलने लगा है.

सीवान. बिहार के सीवान जिले की सीमा में शामिल राम-जानकी पथ के पहले चरण सीवान-मशरक खंड में जमीन अधिग्रहण की सारी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं. इस खंड के पचरुखी और बसंतपुर अंचल के किसानों को जमीन का मुआवजा राशि बैंक खातों में ट्रांसफर की जाने लगी है. बताया जाता है कि राम-जानकी पथ के पहले चरण में सीवान से मशरक के बीच जिले के पांच अंचलों पचरूखी, महाराजगंज, गोरेयाकोठी, बसंतपुर और भगवानपुर हाट के किसानों की भूमि अधिग्रहित की गयी है. इनमें से दो अंचलों के किसानों के सभी कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद उन्हें मुआवजा वितरण का कार्य प्रारंभ हो गया है.

सबसे ज्यादा बसंतपुर में हुआ है मुआवजा वितरण

जानकारी के अनुसार, पांच अंचलों में से बसंतपुर अंचल के किसानों की जमीन अधिग्रहण संबंधी कागजी कार्यवाही सबसे पहले पूरी हो गयी है. इसलिए इस अंचल में मुआवजा ट्रांसफर का कार्य भी तेजी से होना प्रारंभ हुआ है. इसके बाद पचरुखी प्रखंड के किसानों की सभी कार्यवाहियां पूरी हो चुकी है. इन दोनों अंचलों के 50 फीसदी से ज्यादा किसानों को उसकी मुआवजा राशि की पहली किस्त ऑनलाइन ट्रांसफर हो चुकी है.

दोबारा नापी के बाद बनती है अंतिम सूची

जानकारी के अनुसार पहली बार जमीन मापी के बाद किसानों की ली जाने वाली भूमि की दोबारा पैमाइश की जाती है. ताकि किसी प्रकार का संदेह न रहे. दूसरी भू पैमाइश के बाद पहली मापी से मिलान के बाद समान संख्या होने पर उसे अंतिम सूची में शामिल कर दिया जाता है. इसके बाद किसानों को इससे संबंधित एक पत्र भी भेजा जाता है. ताकि उन्हें ज्ञात हो कि दूसरी मापी के दौरान उनकी जमीन कितनी अधिग्रहित की जा रही है.

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ऑनलाइन मुआवजा ट्रांसफर

जानकारी के अनुसार भगवानपुर हाट अंचल में जिन किसानों की दोबारा पैमाइश की रिपोर्ट फाइनल हो गयी है. उसे अंतिम सूची में स्थान दें दिया गया है और उन्हें ऑनलाइन मुआवजा ट्रांसफर कराया जा रहा है. जिन किसानों की अंतिम मापी का रिकॉर्ड नहीं मिल रही. सरकारी स्तर पर किसी तरह की चूक न हो इसके लिए जमीन के वास्तविक हकदार को भी ढूंढा जाता है. क्योंकि ऐसा न हो कि वास्तविक रैयत कहीं और रहते हो और मुआवजा किसी दूसरे के खाते में चला जाये.

मुआवजा वितरण की प्रकिया शुरू

बता दें कि रामजानकी पथ के पहले चरण एसएच-73 सीवान मशरक खंड में अधिग्रहण की कार्यवाही आगे बढ़ चुकी है. उस खंड में मुआवजा वितरण की प्रकिया चल रही है. जबकि दूसरे खंड गुठनी-सीवान में कार्य देरी से शुरू होने के कारण कार्य अभी प्रारंभ नहीं हो सका है. सभी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद रैयतों को उनके खाता-खसरा नंबर के साथ एक नोटिस भेजा जाएगा. जिसमें यह वर्णित होगा कि किस खाताधारक से कितनी जमीन अधिग्रहित की जानी है. उसके बाद असली खाताधारक रैयत की पहचान के बाद दूसरी बार की मापी के बाद अंतिम सूची बनेगी.

बोले पदाधिकारी

पंचायती राज सह भू-अर्जन पदाधिकारी राजकुमार गुप्ता बताया कि सीवान-मशरक खंड में बसंतपुर और पचरुखी अंचलों में ऑनलाइन मुआवजा वितरण कार्य प्रारंभ हो गया है. बहुत सारे किसानों को पहली किस्त ट्रांसफर की जा चुकी है. सभी कागजी कार्यवाही पूरी होने के बाद ही बनने वाली अंतिम सूची के आधार पर मुआवजा वितरण होना है. गोरेयाकोठी, महाराजगंज और भगवानपुर हाट अंचलों में भी सभी प्रक्रियाएं पूरी की जानी है. इन अंचलों में थोड़ी देर हो सकती है.

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