सरिता देवी के समर्थन में खुलकर सामने आये विजेंदर सिंह

नयी दिल्ली : इंचियोन एशियाई खेलों में पदक वापस करने के बाद विवादों में आयीं सरिता देवी के बचाव में भारतीय मुक्केबाजी के पोस्टर ब्वाय विजेंदर सिंह सामने आये हैं. उन्होंने कहा है कि एआईबीए को उस पर प्रतिबंध लगाने की बजाय अपने अधिकारियों की समीक्षा करनी चाहिए. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष चिंग कुओ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2014 12:34 PM

नयी दिल्ली : इंचियोन एशियाई खेलों में पदक वापस करने के बाद विवादों में आयीं सरिता देवी के बचाव में भारतीय मुक्केबाजी के पोस्टर ब्वाय विजेंदर सिंह सामने आये हैं. उन्होंने कहा है कि एआईबीए को उस पर प्रतिबंध लगाने की बजाय अपने अधिकारियों की समीक्षा करनी चाहिए.

अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष चिंग कुओ वू ने कहा है कि सरिता को कड़ी सजा दी जायेगी और उसे अपना कैरियर खत्म ही मान लेना चाहिए. अस्थायी निलंबन के कारण कल से शुरु हो रही विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप से बाहर सरिता ने इंचियोन एशियाई खेलों में सेमीफाइनल में विवादित हार के बाद पदक वितरण समारोह में कांस्य लेने से इनकार कर दिया था.

विजेंदर ने कहा ,मैं समझ सकता हूं कि उसने ऐसा क्यों किया. एक मुक्केबाज होने के नाते मुझे पता है कि इस तरह से पदक से वंचित किया जाना कैसा लगता है. यह निराशाजनक हार को लेकर जज्बाती प्रतिक्रिया थी. सरिता के भविष्य के बारे में फैसला एआईबीए की कांग्र्रेस में किया जायेगा जहां अनुशासन समिति इस मसले पर अपनी रिपोर्ट देगी. सरिता अपनी हरकत के लिए बिना शर्त माफी मांग चुकी है.
तीन कोचों को भी उन पर लगाये गए अस्थायी निलंबन पर फैसले का इंतजार है जिनमें राष्ट्रीय पुरुष टीम के कोच गुरबख्श सिंह संधू शामिल हैं.उन्होंने कहा , एशियाई खेलों जैसे बड़े टूर्नामेंट की तैयारी में चार साल लगते हैं लेकिन इस तरह से हारना काफी दर्दनाक है. कोई भी निराश होगा और टूट जायेगा. मैं पूरी तरह से सरिता के साथ हूं. भारत के पहले ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर ने कहा कि एआईबीए को अपने जजों और रेफरियों की समीक्षा करनी चाहिए.
उन्होंने कहा ,हम खिलाडि़यों को काफी मेहनत और तकदीर के सहारे ऐसे टूर्नामेंट खेलने का मौका मिलता है. एआईबीए को सुनिश्चित करना चाहिए कि हमें सर्वश्रेष्ठ रेफरी और जज मिलें. उनकी समीक्षा की जानी चाहिए. एआईबीए को चाहिए कि सरिता को माफ करके बेहतर व्यवस्था मुहैया कराने की दिशा में काम करे.

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