नयी दिल्ली. अखिल भारतीय फुटबाॅल महासंघ (एआईएफएफ) ने कोविड-19 महामारी के कारण दुनिया भर के खेल आयोजनों के रद्द या स्थगित होने के बीच उम्मीद जतायी है कि फीफा अंडर-17 महिला विश्व कप का आयोजन इस साल नवंबर में अपने तय समय पर होगा. टूर्नामेंट के शुरू होने में अभी सात महीने का समय है और ऐसे में आयोजन समिति को उम्मीद है कि आयुवर्ग के इस टूर्नामेंट को आयोजित करने के लिए इतना समय काफी है. एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने हालांकि कहा कि अब सब कुछ फुटबाॅल की वैश्विक संस्था फीफा पर निर्भर करता है.
दास ने कहा कि फीफा इस पर फैसला लेगा. वे सभी घटनाक्रमों पर नजर रख रहे हैं और हम देखेंगे कि यह कैसे होता है. उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में काफी समय बचा है और वह अभी इंतजार करना चाहेंगे. उन्होंने कहा: अभी बहुत समय बाकी है और हम इंतजार करेंगे और आगे की घटनाक्रम देखेंगे. विश्व कप का आयोजन दो से 21 नवंबर तक नवी मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद, भुवनेश्वर और गुवाहाटी में होगा. दास को पता है कि टूर्नामेंट के लिए यूरोपीय और अफ्रीकी क्वालीफायर मुकाबले अभी बाकी हैं. फीफा अपने सभी क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के तारीखों को लेकर सभी परिसंघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत कर रहा है.
कोविड-19 महामारी के कारण खेल की दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन माने जाने वाला ओलिंपिक को भी एक साल के लिए टालना पड़ा. यूरो 2020 फुटबाॅल टूर्नामेंट भी स्थगित हो गया है. फीफा ने पिछले सप्ताह कहा कि वह भारत में कोविड-19 महामारी से उत्पन्न होने वाले घटनाक्रमों पर नजर रखने के साथ ‘वैकल्पिक समाधान’ भी खोज रहा है. इस शीर्ष निकाय ने कहा था: नवंबर में देश में होने वाले अंडर -17 महिला विश्व कप के भविष्य का फैसला करने के लिए भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति पर नजर रखा है. इस टूर्नामेंट में 16 टीमों को भाग लेना है जिसके लिए सिर्फ तीन टीमों ने क्वलीफाई किया है. भारत मेजबान के तौर पर जबकि उत्तर कोरिया और जापान ने एशियाई के विजेता और उपविजेता के तौर टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया है.