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Asian Games: भारतीय निशानेबाजों को दो स्वर्ण सहित सात पदक, सरवनन को कांसा, रोशिबिना ने वुशु में रजत पक्का किया

एशियन गेम्स में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बुधवार को कई सारी पदकों को अपने नाम किया. महिला हॉकी टीम ने अपने प्रतिद्वंदीतें को खाता तक नहीं खोलने दिया और मुकाबले में एकतरफा जीत दर्ज किया.

By Vaibhaw Vikram | September 28, 2023 9:16 AM

भारतीय निशानेबाजों ने बुधवार को हांगझोउ में एशियाई खेलों की शूटिंग रेंज में दबदबा बनाते हुए दो स्वर्ण सहित सात पदक अपने नाम किया और भारतीय पाल नौकायन खिलाड़ी विष्णु सरवनन ने पुरूषों की डिंगी आईएलसीए 7 स्पर्धा में देश को पहला कांस्य पदक दिलाया जबकि प्रतिभाशाली वुशु खिलाड़ी रोशिबिना देवी ने रजत पदक पक्का कर दिया. भारत के इस तरह चौथे दिन पांच स्वर्ण, सात रजत और 10 कांस्य से कुल 22 पदक हो गये हैं. निशानेबाजी ने अभी तक तीन स्वर्ण सहित 12 पदक जीत लिये हैं और देश 2018 खेलों में अपने निशानेबाजी प्रदर्शन में सुधार कर चुका है जहां उसने नौ पदक जीते थे.रोशिबिना ने वियतनाम की थि थु एनगुएन को 2-0 से हराकर 60 किग्रा के फाइनल में प्रवेश किया इस स्पर्धा में रजत पदक पक्का हो गया.

महिला 50 मीटर राइफल 3पी टीम स्पर्धा में रजत

आशी चौकसी, माणिनी कौशिक और सिफ्ट कौर सामरा ने मिलकर महिला 50 मीटर राइफल 3पी टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता. आशी, माणिनी और सिफ्ट की तिकड़ी ने क्वालीफिकेशन में 1764 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन में दूसरा स्थान हासिल किया.

नौकायन में भारत ने किया बेहतर प्रदर्शन

तोक्यो ओलंपिक खेल चुके विष्णु सरवनन ने 11 रेस की स्पर्धा में 34 नेट स्कोर बनाया जिससे वह पुरूषों की डिंगी आईएलसीए 7 स्पर्धा में एक अंक से रजत पदक से चूक गए. पाल नौकायन में इस तरह भारत को एक रजत और दो कांस्य पदक मिल गये हैं. नेहा ठाकुर ने कल रजत और इबाद अली ने कांस्य पदक जीता था.भारतीय पाल नौकायन खिलाड़ियों ने 2018 में जकार्ता खेलों में भी एक रजत और दो कांस्य जीते थे.हवा का बहाव कम रहने के कारण भारत महिलाओं के एकल डिंगी आईएलसीए 6 में पदक नहीं जीत सका और नेत्रा कुमानन को चौथे स्थान से ही संतोष करना पड़ा.

महिला वुशु स्पर्धा में रोशिबिना पड़ी अपनी प्रतिद्वंद्वी पर भारी

महिला वुशु स्पर्धा रोशिबिना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी को कोई मौका नहीं दिया और अब वह गुरुवार को स्वर्ण पदक के मैच में चीन की वु जियावेई से भिड़ेंगी. बल्कि यह रोशिबिना की ऐतिहासिक उपलब्धि है क्योंकि वह संध्यारानी देवी के बाद वुशु स्पर्धा के फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी भारतीय हैं. संध्यारानी ने 2010 ग्वांग्झू एशियाड में यह उपलब्धि हासिल की थी.

टेनिस में देखने को मिला उतार चढ़ाव

रामकुमार रामनाथन और साकेत मयनेनी की जोड़ी ने पुरुष युगल के सेमीफाइनल में जगह बनाकर टेनिस स्पर्धा में भारत का एक पदक पक्का किया लेकिन एकल खिलाड़ी सुमित नागल और अंकिता रैना को क्वार्टर फाइनल में हारने के कारण खाली हाथ लौटना पड़ेगा.

घुड़सवारी में भारत का बेहतर प्रदर्शन

भारत के हृदय विपुल छेदा, अनुष अग्रवाला और दिव्यकृति सिंह ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए घुड़सवारी स्पर्धा के व्यक्तिगत ड्रेसेज फाइनल के लिए क्वालीफाई किया जिससे वे पदक की दौड़ में बने हुए हैं.हृदय, अनुष, दिव्यकृति और सुदिप्ती ने मंगलवार को ऐतिहासिक टीम ड्रेसेज स्वर्ण पदक जीता था.

मुक्केबाजी में निराशा जनक प्रदर्शन

मुक्केबाजी में दो बार की विश्व चैम्पियन मुक्केबाज निकहत जरीन (50 किग्रा) ने क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया जबकि भारत के अनुभवी मुक्केबाज शिव थापा (63.5 किग्रा) और संजीत (92 किग्रा) प्रतियोगिता से बाहर हो गये.निकहत ने महिला स्पर्धा दूसरे दौर में दक्षिण कोरिया की चोरोंग बाक पर 5-0 से आसान जीत हासिल की.रिकॉर्ड छह बार एशियाई चैम्पियनशिप पदक जीतने वाले शिव आसान ड्रा का फायदा नहीं उठा सके और प्री क्वार्टरफाइनल में किर्गिस्तान के अस्कत कुलताएव से 0-5 से हार गये.संजीत को विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता लाजिजबेक मुलोजोनोव से 0-5 से हार मिली.

भारतीय शतरंज खिलाड़ियों का खराब प्रदर्शन

भारतीय शतरंज खिलाड़ियों से व्यक्तिगत स्पर्धा में पदक जीतने की उम्मीदें लगी हुई थीं लेकिन वे ऐसा करने में नाकाम रहे. ग्रैंडमास्टर विदित गुजराती (5.5 अंक) और अर्जुन एरिगैसी (5.5) पुरुष वर्ग में क्रमशः पांचवें और छठे स्थान पर रहे, जबकि महिला वर्ग में पूर्व कांस्य पदक विजेता डी हरिका (6 अंक) चौथे और 2006 की चैंपियन कोनेरू हम्पी सातवें स्थान पर रहीं. गुजराती अंतिम दौर की बाजी में उज्बेकिस्तान के जावोखिर सिंदारोव से हार गए, जिससे उनकी पदक की उम्मीदें खत्म हो गई. एरिगैसी भी अपने खेल में निरंतरता नहीं बनाए रख पाए. उन्होंने अंतिम दौर में बांग्लादेश के इनामुल हुसैन को हराकर जीत के साथ अपने अभियान का अंत किया. महिला वर्ग में हरिका और हम्पी आठवें दौड़ ने एक दूसरे के सामने थी. यह बाजी ड्रॉ रही. हरिका ने नौवें और अंतिम दौर में स्वर्ण पदक विजेता जिनेर झू (चीन) को हराया जबकि हम्पी ने बिबिसारा असौबायेवा (कजाकिस्तान) के खिलाफ बाजी ड्रॉ कराई.

महिला हॉकी टीम ने दिखाया अपना दम

युवा स्ट्राइकर संगीता कुमारी की हैट्रिक समेत अपने खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने पूल ए के अपने पहले मैच में सिंगापुर को 13 . 0 से हराया. भारत ने पहले दो क्वार्टर में आठ और आखिरी दो क्वार्टर में पांच गोल किये . विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज भारत का सामना पूल ए के मैच में 34वीं रैंकिंग वाली टीम से था. तोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही भारतीय टीम के लिये संगीता (23वां, 53वां, 47वां मिनट) ने तीन गोल किये जबकि नवनीत कौर ने 14वें मिनट में लगातार दो गोल दागे .दीपिका (11वां), सुशीला चानू (आठवां), उदिता (छठा), नेहा (19वां), दीप ग्रेस इक्का (17वां), सलीमा टेटे (35वां), वंदना कटारिया (56वां) और मोनिका (52वां) ने गोल दागे.

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