Canada Open 2023: भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू कनाडा ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकीं और महिला एकल के सेमीफाइनल में जापान की नंबर एक खिलाड़ी अकाने यामागुची से 14-21 15-21 से हार गयीं. वहीं राष्ट्रमंडल खेलों के चैम्पियन लक्ष्य सेन ने जापान के केंटा निशिमोटो पर सीधे गेम में जीत दर्ज कर कनाडा ओपन के फाइनल में प्रवेश किया. सेन ने जापान के 11वीं रैंकिंग के खिलाड़ी को 21-17 21-14 से हराकर अपने दूसरे सुपर 500 फाइनल में जगह बनायी. यह एक साल में उनका पहला बीडब्ल्यूएफ फाइनल भी होगा.
लक्ष्य सेन सेमीफाइनल के शुरुआत में 0-4 से पिछड़ रहे थे लेकिन जल्द ही उन्होंने 8-8 से बराबरी हासिल की. ब्रेक तक निशिमोटो 11-10 से बढ़त बनाये थे लेकिन जल्द ही भारतीय खिलाड़ी ने अपने पसंदीदा स्मैश और तेज रिटर्न से वापसी की और अपने प्रतिद्वंद्वी के लांग शॉट से गेम अपने नाम किया. दूसरे गेम में दोनों ने एक दूसरे को बराबरी की टक्कर दी लेकिन सेन की सतर्कता निशिमोटो पर भारी पड़ी. एक समय 2-2 के समान स्कोर के बाद दोनों 9-9 की बराबरी पर थे. ब्रेक तक सेन ने दो अंक की बढ़त बना ली. ब्रेक के बाद सेन 19-11 से आगे थे और निशिमोटो के फिर से नेट पर शॉट लगाने से भारतीय खिलाड़ी ने मुकाबला जीत लिया.
अब रविवार को फाइनल में सेन का सामना चीन के लि शि फेंग से होगा, जिनके खिलाफ उनका जीत का रिकॉर्ड 4-2 का है. सत्र के शुरु में वह फॉर्म में नहीं थे जिससे रैंकिंग में 19वें नंबर पर खिसक गये. 2021 विश्व चैम्पियनशिप में इस 21 साल के खिलाड़ी ने कांस्य पदक जीता था. सेन ने पिछला फाइनल पिछले साल अगस्त में राष्ट्रमंडल खेलों में खेला था.
हालांकि, अनुभवी शटलर पीवी सिंधू वर्ल्ड नंबर 1 से हार गईं. अकाने यामागुची ने महिला एकल सेमीफाइनल मुकाबले में 21-14, 21-15 से जीत दर्ज की. मौजूदा विश्व चैंपियन के खिलाफ सिंधू की यह लगातार दूसरी हार थी. सिंधू सिंगापुर ओपन के शुरुआती दौर में भी यामागुची से हार गईं. सिंधू, जो हाल ही में विश्व रैंकिंग में टॉप 10 से बाहर हो गईं. विश्व दौरे पर लगातार खराब प्रदर्शन के कारण बीडब्ल्यूएफ महिला एकल रैंकिंग में 15वें स्थान पर हैं. जनवरी में चोट के कारण वापसी के बाद से उन्होंने कोई खिताब नहीं जीता है.
बता दें कि सिंधू ने अपना आखिरी खिताब अगस्त 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों में जीता था, जहां उनके टखने में चोट लग गई थी, जिसके कारण वह 6 महीने के लिए खेल से बाहर हो गई थीं. वहीं सिंधू मार्च में मैरिड स्पेन मास्टर्स में उपविजेता और मलेशिया मास्टर्स में तीसरे स्थान पर रहीं.
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