Commonwealth Games: हॉकी (Hockey) को 1998 में राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल किया गया था और तब से वह इन खेलों का अभिन्न अंग बना रहा है, लेकिन मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि ग्लासगो खेलों के आयोजकों द्वारा क्रिकेट (Cricket), बैडमिंटन (Badminton), हॉकी (Hockey), कुश्ती (Wrestling) और निशानेबाजी (Shooting) के साथ हॉकी को खेलों से हटा दिया गया है. राष्ट्रमंडल खेल 2026 का आयोजन पहले ऑस्ट्रेलिया के राज्य विक्टोरिया में होना था लेकिन वह बढ़ती लागत के कारण मेजबानी से हट गया था. इसके बाद स्कॉटलैंड ने इन खेलों की मेजबानी करने के लिए कदम बढ़ाया. हॉकी का 2026 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर कर दिया गया है क्योंकि मेजबान शहर ग्लासगो भी लागत में कटौती करना चाहता है. खेलों का कार्यक्रम आज मंगलवार को घोषित किया जाना है.
इस संदर्भ में जब न्यूज एजेंसी पीटीआई द्वारा अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) से संपर्क किया गया था तो उसने आधिकारिक तौर पर कार्यक्रम के जारी होने तक टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था. एक अधिकारी ने कहा, ‘‘एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी तब आपको जानकारी मिल जाएगी. हमारी तरफ से जब तक सीजीएफ से कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हो जाती तब तक हम इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकते हैं.’’ सीजीएफ ने भी ऐसी ही प्रतिक्रिया दी है. इसकी जानकारी कई मीडिया रिपोर्ट में दी गई है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) और राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (CGF) दोनों इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. लेकिन अब संघों को इस बारे में अपना बयान देना ही पड़ेगा.
ईएसपीएन की रिपोर्ट के मुताबिक हॉकी तो ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर हुआ ही साथ ही बैडमिंटन (Badminton), क्रिकेट (Cricket), निशानेबाजी (Shooting) और कुश्ती (Wrestling) को भी राष्ट्रमंडल खेल 2026 से बाहर कर दिया गया है. इससे भारत की पदक जीतने की उम्मीदों को करारा झटका लगेगा. उसने इन खेलों में अच्छा प्रदर्शन करके कई पदक जीते हैं. 2022 में भारत को कुश्ती में 12 पदक मिले थे, जिसमें 6 गोल्ड शामिल थे. भारत को हॉकी में 1 रजत भी मिला था. राष्ट्रमंडल खेलों से हॉकी का बाहर होना भारत के लिए एक बड़ा झटका होगा क्योंकि उसकी पुरुष टीम इस खेल में तीन बार की रजत विजेता और दो बार की कांस्य पदक विजेता है. महिलाओं ने एक स्वर्ण सहित तीन पदक जीते हैं. हॉकी प्रतियोगिता से बाहर इसलिए भी हुआ है क्योंकि इन खेलों का आयोजन 23 जुलाई से दो अगस्त तक किया जाएगा जबकि इसके तुरंत बाद 15 से 30 अगस्त तक वावरे, बेल्जियम और अम्स्टेलवीन, नीदरलैंड में हॉकी विश्व कप आयोजित किया जाएगा.
इन खेलों के साथ प्रबंधन ने माउंटेन बाइकिंग, बीच वॉलीबॉल, स्क्वॉश, रिदमिक जिम्नास्टिक और टेबल टेनिस को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. इनमें से कुछ खेलों में भारत ने हाल के दिनों में अच्छा प्रदर्शन करना शुरू किया था, लेकिन इनके बाहर होने से भारत के खिलाड़ियों को काफी निराशा होगी.