Virat Kohli In Semi Final: भारतीय क्रिकेट का चमकता हुआ सितारा विराट कोहली, यह खिलाड़ी ऐसा है जिसके लिए कुछ भी असंभव नहीं लगता है. बल्लेबाजी में कोई ऐसा रिकॉर्ड नहीं है जिसे तोड़ पाना शायद इनके लिए मुश्किल हो. कई बार जब भारतीय टीम मुश्किल परिस्थिति में रही है तब कोहली ने अपना विराट रूप दिखाया है और भारत को जीत दिलाई है. पर क्या आपको पता है कि वनडे वर्ल्ड कप के लगातार तीन सेमीफाइनल में कोहली, दिहाई अंक तक भी नहीं पहुंच पाए है. जी हां, ऐसे में यह रिकॉर्ड भारत के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. आइए चर्चा करते है विस्तार से…
बात शुरू करते है साल 2011 से. वह साल भारत का साल था. फाइनल में श्रीलंका को हराकर भारत विश्व विजेता बना था. 2 अप्रैल, 2011 का वो दिन आज भी सभी भारतीयों के जहन में है. लेकिन, सेमीफाइनल में भी भारत ने जिस प्रकार पाकिस्तान को करारी मात दी थी, उससे यह साफ लग रहा था कि भारत को अब वर्ल्ड कप जीतने से कोई नहीं रोक सकता. पर उस मैच में एक बल्लेबाज का प्रदर्शन उम्मीदों से परे था. विराट कोहली ने मात्र 9 रन बनाए थे. यह उनका पहला वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला था, जिसमें वो फेल हुए थे.
आमतौर पर कोहली रन बनाने के मामले में कंसिसटेंट रहते है. लेकिन, सेमीफाइनल में खराब बल्लेबाजी की कंसिसटेंसी उन्होंने बरकरार रखी और साल 2015 में भी ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले गए सेमीफाइनल के मुकाबले में फिसड्डी साबित हुए. उन्होंने उस अहम मुकाबले में मात्र 1 रन बनाए. उस चोट से भारत उभर नहीं पाया और अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद भारत को हार मिली और वर्ल्ड कप जितने का सपना अधूरा रह गया.
वहीं, 2019 में भी परिणाम अलग नहीं था. विराट कोहली पर निगाहें थी. एक बड़ी पारी की उम्मीद थी. फैंस चाहते थे कि उनका चेज मास्टर न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल का मैच चेज करके दे लेकिन हुआ बिल्कुल उल्टा. 2015 की तरह ही विराट इस बार भी मात्र 1 रन बना पाए और विकेटकीपर को कैच थमा बैठा.
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साल 2011 में विराट कोहली सहयोगी भूमिका में थे. उनसे फैंस को ज्यादा उम्मीद नहीं थी, लेकिन साल 2015 और 2019 में कोहली भारत के लिए विराट बन चुके थे. उनकी बल्लेबाजी का लोहा ना केवल भारतीय फैंस बल्कि दुनिया भर के क्रिकेट फैंस मानने लगे थे. लेकिन, वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में उनका प्रदर्शन बिल्कुल ही खराब रहा और फैंस की उम्मीदों के साथ-साथ भारत के वर्ल्ड कप जीतने के सपने पर भी पानी फिर गया.
इस बार उम्मीद है कि विराट कोहली अपने सेमीफाइनल के उस फॉर्म को भूल जाएंगे और कुछ ऐसा करेंगे कि दो रिकॉर्ड टूटे. पहला वनडे वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन का और दूसरा महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के 49 शतक का रिकॉर्ड.