नयी दिल्ली : बीसीसीआई की प्रशासकों की समिति के चेयरमैन विनोद राय ने कहा कि अनिल कुंबले अगर स्वीकार करते हैं तो वह वेस्टइंडीज दौरे के लिये भी भारतीय टीम के कोच बने रहेंगे. उन्होंने इसके साथ ही कहा कि अगले मुख्य कोच का फैसला क्रिकेट सलाहकार समिति करेगी.
राय ने सीओए की बैठक के बाद कहा, कोच चयन करने का काम सीएसी का है जिसने पिछले साल अनिल कुंबले को एक साल के लिये कोच चुना था. अब प्रक्रिया का अनुसरण किया जा रहा है. लेकिन प्रक्रिया में देरी हुई है और अगर कुंबले स्वीकार करते हैं तो वह वेस्टइंडीज दौरे के लिये भी कोच रहेंगे.
उन्होंने कहा, सीएसी भविष्य पर फैसला करने के लिये लंदन में बैठक कर रही है. भारत पांच एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला खेलने के लिये वेस्टइंडीज का दौरा करेगा. इसका पहला मैच 23 जून को खेला जाएगा. श्रृंखला का एकमात्र टी20 मैच नौ जुलाई को खेला जाएगा. इतिहासकार रामचंद्र गुहा के त्यागपत्र देने के बाद सीओए अब तीन सदस्यीय समिति रह गयी है. राय से पूछा गया कि क्या कोच नियुक्ति की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से निबटाया जा सकता था, उन्होंने कहा कि कप्तान विराट कोहली और कुंबले के बीच मतभेदों का दावा करने वाली रिपोर्टों में इस मामले को बढ़ा चढ़ाकर पेश किया गया.
उन्होंने कहा, सच्चाई यह है कि यह एक साल का अनुबंध था और इसलिये प्रक्रिया का अनुसरण किया गया. मेरी समझ में नहीं आ रही है कि इसे विवाद क्यों बनाया गया. मैंने दोनों कोहली और कुंबले से बात की और जो कुछ बातें की जा रही थी उनमें से किसी ने भी उसकी पुष्टि नहीं की.
सीएसी में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण शामिल हैं. वे अभी लंदन में हैं तथा चैंपियन्स ट्रॉफी से इतर कप्तान और कोच के संपर्क में हैं. सीएसी कुंबले को बनाये रखने के पक्ष में है. उसने 26 जून को होने वाली बीसीसीआई एजीएम से पहले कुछ समय मांगा है.
राय ने कहा, हमने यह मामला सीएसी पर छोड़ दिया है. वे दिग्गज हैं. वे जानते हैं कि भारतीय क्रिकेट के लिये क्या सर्वश्रेष्ठ है. गुहा ने अपने त्यागपत्र में बीसीसीआई के कामकाज पर सवाल उठाये थे. उन्होंने राहुल द्रविड के भारत ए कोच और दिल्ली डेयरडेविल्स के मेंटर के रुप में काम करने को लेकर हितों के टकराव का मसला भी उठाया था.
इस पूर्व बल्लेबाज ने इस मामले को अधिक स्पष्ट करने के लिये कहा है. बीसीसीआई इस मामले में जल्द ही नैतिक अधिकारी नियुक्त करेगी. राय ने कहा, हितों के टकराव से जुड़े मसले बीसीसीआई द्वारा नियुक्त नैतिक अधिकारी को भेजे जाएंगे. उसकी नियुक्ति जल्द की जाएगी. हितों के टकराव को लेकर कई शिकायतें मिली हैं.