बर्मिंघम : कामचलाउ स्पिनर केदार जाधव की करिश्माई गेंदबाजी से शानदार वापसी करने वाले भारत ने गुरुवार को यहां रोहित शर्मा और कप्तान विराट कोहली की लाजवाब पारियों से बांग्लादेश को 59 गेंद शेष रहते हुए नौ विकेट से करारी शिकस्त देकर शाही अंदाज में फाइनल में कदम रखा जहां उसका सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा.
भारत के सामने अपेक्षाकृत आसान लक्ष्य था और ऐसे में रोहित (129 गेंदों पर नाबाद 123 रन) अपनी असली फार्म में दिखे. उन्होंने शिखर धवन (46) के साथ पहले विकेट के लिये 87 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरुआत दिलायी और फिर कोहली (78 गेंदों पर नाबाद 96 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिये 178 रन की अटूट साझेदारी की. शीर्ष क्रम के इन तीनों बल्लेबाजों की धांसू पारियों से भारत ने 40.1 ओवर में एक विकेट पर 265 रन बनाकर आसान जीत दर्ज की.
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बांग्लादेश को अपने तुरुप के इक्के मुस्ताफिजुर रहमान पर विश्वास था लेकिन भारतीय सलामी जोड़ी ने शुरू में ही उन्हें कुंद कर दिया. धवन ने तास्किन अहमद पर दो चौके और छक्का जड़कर आठवें ओवर में भारत का स्कोर 50 रन के पार पहुंचा दिया. पिछले तीनों मैच में कम से कम अर्धशतक बनाने वाले धवन हालांकि इस बार केवल चार रन से 50 रन तक नहीं पहुंच पाये. मुर्तजा की ऑफ कटर पर कट करने के प्रयास में उन्होंने प्वाइंट पर कैच दिया.
रोहित ने एक छोर संभाले रखा और अपनी जबर्दस्त बल्लेबाजी से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. वह शाकिब अल हसन पर दो चौके और एक रन लेकर 50 रन पर पहुंचे. इसके बाद उन्होंने रुबेल हुसैन पर दो दर्शनीय चौके लगाये. रोहित ने इसके बाद भी अपनी प्रवाहमय बल्लेबाजी जारी रखी जबकि कोहली ने कुछ खूबूसरत कवर ड्राइव लगाये. तास्किन की गेंद चार रन के लिये भेजकर कोहली ने अपना 42वां वनडे अर्धशतक पूरा किया.
भारत का स्कोर जब 200 रन के पार पहुंच गया तो मुर्तजा ने फिर से मुस्ताफिजुर को गेंद थमायी. कोहली ने उन पर चौका लगाया जबकि रोहित ने उनके इसी ओवर में लांग लेग सीमा रेखा पर छक्का लगाकर अपना 11वां वनडे शतक पूरा किया. इसके बाद तो इन दोनों बल्लेबाजों ने बांग्लादेशी गेंदबाजों को अपने इशारों पर नचाया और मनमाफिक शाट लगाये. कोहली ने 175वीं पारी में 8000 रन पूरे करके एबी डिविलियर्स (182 पारियां) का रिकार्ड तोड़ा.
जीत के लिये रन कम रह गये थे जिससे यह स्टार बल्लेबाज अपना शतक पूरा नहीं कर पाया. उन्होंने शब्बीर रहमान पर विजयी चौका लगाया. इससे पहले भुवनेश्वर ने बांग्लादेश को शुरू में ही दो झटके देकर कोहली के पहले क्षेत्ररक्षण के फैसले को सही ठहराया. उन्होंने पारी के पहले ओवर में सौम्य सरकार (शून्य) को बोल्ड कर दिया जो कवर ड्राइव मारने के प्रयास में गेंद अपने विकेटों पर खेल गये. शब्बीर रहमान (19) ने भुवनेश्वर के अगले ओवर में दो साहसिक शाट जमाये लेकिन इसी गेंदबाज की धीमी गेंद पर वह गच्चा खा गये और बैकवर्ड प्वाइंट पर खडे जडेजा को आसान कैच दे बैठे.
मुशफिकर और तमीम ने रणनीतिक बल्लेबाजी की और केवल ढीली गेंदों पर बड़े शॉट खेले. तमीम ने हार्दिक पंड्या पर छक्का जड़ने के बाद जडेजा पर चौका लगाकर 62 गेंदों पर अपना 38वां वनडे अर्धशतक पूरा किया. इसके बाद उन्होंने रविचंद्रन अश्विन पर लगातार तीन चौके लगाकर भारतीयों को सोचने के लिये मजबूर कर दिया. कोहली ने ऐसे में कामचलाउ स्पिनर के तौर पर जाधव को गेंद सौंपने का जुआ खेला जो सही साबित हुआ.
बांग्लादेश ने 25 रन के अंदर अपने तीन सबसे अनुभवी बल्लेबाजों के विकेट गंवा दिये. जाधव की सीधी गेंद पर तमीम करारा शाट जमाने चाहते थे लेकिन उनकी टाइमिंग सही नहीं थी और गेंद उनके लेग स्टंप पर लगकर गिल्ली गिरा गयी. तमीम ने 82 गेंद की अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया. जडेजा ने अनुभवी और भरोसेमंद शाकिब (15) को देर तक नहीं टिकने दिया जो उनकी कोण लेती गेंद को नहीं समझ पाये और विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी ने मुश्किल कैच को आसान बनाकर भारत को यह महत्वपूर्ण विकेट दिलाया.
मुशफिकर भी अपना 26वां अर्धशतक पूरा करने के बाद पवेलियन लौट गये. जाधव की फुललेंथ गेंद को रहीम ने फुलटास के रूप में खेलकर मिडविकेट पर उछाला जहां कोहली ने उसे कैच में बदला. बुमराह ने मोसादेक हुसैन (15) और महमुदुल्लाह (21) को आउट करके डेथ ओवरों से पहले ही बांग्लादेश पर दबाव बढ़ा दिया. मशरेफी और तास्किन अहमद (नाबाद 10) ने आठवें विकेट के लिये 35 रन की साझेदारी करके स्कोर 250 रन के पार पहुंचाया.