भारत-पाकिस्तान फाइनल से पहले सोशल मीडिया पर फिर ट्रोल की शिकार हुई सानिया मिर्जा
नयी दिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में रविवार को हाई वोल्टेज मैच होने वाला है. 10 साल के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में एक दूसरे के सामने होगी. इससे पहले 2007 टी-20 वश्विकप में दोनों टीमों के बीच भिड़ंत हुई थी जिसे टीम इंडिया ने जीत लिया था. अब एक […]
नयी दिल्ली : चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में रविवार को हाई वोल्टेज मैच होने वाला है. 10 साल के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की टीमें फाइनल में एक दूसरे के सामने होगी. इससे पहले 2007 टी-20 वश्विकप में दोनों टीमों के बीच भिड़ंत हुई थी जिसे टीम इंडिया ने जीत लिया था. अब एक बार फिर वही नजारा लंदन में देखा जाएगा.
भारत और पाकिस्तान के मुकबाले से पहले सोशल मीडिया युद्ध के मैदान में तबदील हो गया है. दोनों तरफ के क्रिकेट समर्थक इसे खेल नहीं भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसा मान रहे हैं. वहीं दूसरी ओर सोशल मीडिया पर सानिया मिर्जा को लेकर भी लोग अचानक आक्रामक हो गये हैं. एक बार फिर उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाये जाने लगे हैं.
हालांकि सानिया मिर्जा के लिए यह कोई नयी बात नहीं है इससे पहले भी उन्हें कई बार ऐसे चुभने वाले सवालों का सामना करना पड़ा है. सानिया ने भारत के लिए कई ग्रैंड स्लैम का खिताब जीता है. देश का नाम रौशन करने में उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी है, इसके बावजूद जब-जब भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होते हैं उन्हें अपनी देशभक्ति का परिचय देना पड़ता है.
आपको याद होगा एक बार टेनिस स्टार सानिया मिर्जा की आंखों में आंसू छलक आये थे. रो-रो कर उन्होंने कहा था कि उन्हें अपनी देशभक्ति क्यों साबित करने को कहा जाता है. दरअसल वाक्या उस समय की है, जब सानिया को तेलंगाना का ब्रांड एंबेस्डर बनाया गया था. उस समय भाजपा के एक नेता ने उनकी देशभक्ति पर सवाल उठाते हुए कहा था कि सानिया को ब्रांड एंबेस्डर क्यों बनाया गया, वो तो भारत की नहीं हैं, वो तो पाकिस्तान की बहू हैं.
Word 😏 https://t.co/5XJLHzwHJT
— Sania Mirza (@MirzaSania) June 15, 2017
दरअसल सानिया मिर्जा ने 12 अप्रैल 2010 को पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी की. इसके बाद से ही उन्हें लगातार ट्रोल का शिकार होना पड़ रहा है. सोशल मीडिया पर सवालों के बौछार तब और तेज हो जाते हैं जब भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होते हैं. हद तो तब हो गयी जब भारत और पाकिस्तान के मैच को बाप और बेटे के बीच मुकाबले की तरह पेश किया जा रहा है. इस तरह के माहौल बनने से खेल का रोमांच भले ही बढ़ता है, लेकिन इससे खेल का भला नहीं होता है. इस प्रकार के माहौल से दोनों तरफ की आग और बढ़ जाती है जिसमें खुबसूरत खेल की आहुति पड़ने लगती है और सानिया मिर्जा जैसी आइकन की निष्ठा को स्वाहा करने की कोशिश होती है.
भारत के चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में पहुंचने के साथ ही सानिया मिर्जा ने एक शख्स के ट्वीट को अपने अकाउंट से शेयर किया. बस इसके बाद क्या था अपने को कथित देश भक्त कहने वाले सानिया मिर्जा की देशभक्ति पर सवाल उठाने लगे. सानिया ने मुंबई सिटी एफसी के सीइओ इंद्रनील दास के ट्वीट को शेयर किया था, जिसमें दास ने लिखा की, मुझे उम्मीद है कि हम सभी ये ध्यान रखेंगे कि रविवार को होने वाले मैच सिर्फ़ एक गेम होगा. कोई युद्ध नहीं, ज़िंदगी और मौत नहीं. एक महत्वपूर्ण गेम लेकिन सिर्फ़ एक गेम.
सानिया के ट्वीट शेयर करने के साथ ही सोशल मीडिया पर लोग वही पुराना राग अलापने लगे. कई लोगों ने सानिया से पूछा कि रविवार को वो देश के साथ, पति के साथ या फिर पाकिस्तान के साथ होंगी. एक शख्स ने तो यहां तक लिख डाला कि ‘जिस पाकिस्तान ने हमारे देश में आतंकवाद फैला रखा है, जिसमे हमारे हजारो जवान शहिद जो गए, उस पाकिस्तान से कोई रिश्ता रखने वाला गद्दार है. सानिया कई बार अपने को भारतीय बचा चुकी हैं. सानिया कई बार कह चुकी हैं कि मैंने शोएब मलिक से शादी की, जो पाकिस्तान से हैं. लेकिन मैं एक भारतीय हूं और आखिरी सांस तक भारतीय ही रहूंगी.
बहरहाल रविवार को भारत और पाकिस्तान के बीच महामुकाबला होना है. इसका इंतजार सभी को बेसब्री से है. लेकिन हमें इसे खेल की भावना से देखना चाहिए. खेल और दोनों देशों के बीच रिश्ते अलग-अलग मुद्दे हैं. हालांकि हमें ये कहते होई गुरेज नहीं कि भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले को युद्ध का स्वरूप देने में मीडिया का भी बड़ा रोल रहा है. मैच से पहले चैनल ऐसे चिल्लाते हैं जैसे मैच नहीं युद्ध होने जा रहा है.