!!विजय बहादुर !!
सपाट विकेट ने भारतीय गेंदबाजी को प्रभावविहीन बना दिया. विकेट में कोई स्विंग,सीम या स्पिन नहीं था. ऐसा लग रहा था, जैसे मैच ओवल (इंग्लैंड) में नहीं बल्कि भारत के किसी ग्राउंड में हो रहा है.भुवनेश्वर शुरू में जरूर फखर जमां की किस्मत ने साथ दिया. बुमराह की गेंद में आउट थे, लेकिन गेंद नोबॉल थी. उसके बाद अजहर अली के साथ बेहतरीन ओपनिंग साझेदारी की.
भारत को पहली सफलता अजहर अली के रूप में मिली. जब अजहर अली मिस अंडरस्टैंडिंग के कारण 59 रन बनाकर रन आउट हो गये. उसके बाद फखहर जमां की गेंद पर रविन्द्र जडेजा ने बेहतरीन कैच लिया. उसके बाद बाबर और शोएब मलिक ने पाकिस्तान की पारी को आगे बढ़ाया. शोएब ने बाबर के साथ मिलकर 47 रन की साझेदारी की. शोएब भुवनेश्वर के शार्ट पिच गेंद को पॉइंट के ऊपर से मारने के चक्कर मे केदार जाधव को आसान कैच थमा बैठें. बाबर ने अच्छी बैटिंग की और 46 रन बनाकर केदार जाधव की गेंद पर आउट हो गयें.
बाबर के आउट होने के बाद हफीज और इमाद ने काफी तेज बल्लेबाजी की. हफीज (57) और इमाद (25) रन बनाकर नोट आउट रहें. अंतिम 5 ओवर में भुवनेश्वर और बुमराह ने कुछ हद तक स्कोर को 350 तक पहुचनें से रोका.भुबनेश्वर ने बेहतरीन गेंदबाजी की.साथ में हार्दिक ही कुछ हद तक बल्लेबाजों को काबू में रख सकें. रविन्द्र जडेजा और आर अश्विन काफी महंगे साबित हुए. खासकर जडेजा ने बिल्कुल ही स्तरहीन गेंदबाजी की.
पिच जरूर सपाट है लेकिन बड़े स्कोर का पीछा करना भारत के लिए बड़ा चैलेंज होगा. हालांकि भारत की बैटिंग में काफी गहराई है. भारत के अधिकतर बैट्समैन फॉर्म में हैं, लगभग हर बल्लेबाज ने पिछले मैचों में अच्छी बैटिंग की है, लेकिन लगभग सात रन के औसत से लक्ष्य का पीछा करना पाकिस्तान की वर्ल्ड क्लॉस बोलिंग अटैक के सामने आसान नहीं होगा. शुरू के 15 ओवर काफी महत्वपूर्ण होंगें. शुरू में एक से ज्यादा विकेट खोने पर भारत दबाव में आ सकता है.