नयी दिल्ली : चैंपियन ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में रविवार को पाकिस्तान ने भारत को 180 रन से हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा किया. पाकिस्तान की जीत के हीरो रहे फखर जमां. जमां ने कल के मैच में आकर्षक शतकीय पारी खेली और मात्र 106 गेंद पर 3 छक्के और 12 चौकों की मदद से 114 रन की पारी खेली और पाकिस्तान को जीत दिलाया.
जमां पाकिस्तानी क्रिकेट टीम में कोई बड़े नाम वाले खिलाड़ी नहीं हैं. उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में लीग मैच में भारत के खिलाफ पहले मुकाबले में टीम में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन भारत के हाथों हार के बाद उन्हें अगले मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उतारा गया. उस मैच में उन्होंने शानदार खेल दिखाते हुए 23 गेंद पर 31 रन बनाये और टीम में अपनी दावेदारी को मजबूत किया.
जीत के हीरो रहे फखर जमां के बारे में बहुत कम ही लोग जानते होंगे कि वो कभी पाकिस्तानी सेना में काम कर चुके हैं. जमां जब 16 साल के थे तभी उन्होंने पाकिस्तान नौसेना ज्वाइन किया. लेकिन एक साल के बाद ही उन्होंने सेना से इस्तीफा दे दिया.
* आजम खान ने जमां की प्रतिभा को निखारा
नेवी से इस्तीफा देने के बाद जमां क्रिकेट की दुनिया में आये. लेकिन इस दुनिया में उन्हें लाने वाले नेवी क्रिकेट के कोच का अहम रोल रहा. कोच ने जमां को आजम खान से मिलाया. आजम खान को युवा प्रतिभा को निखारने के लिए जाना जाता है. जमां को मौका मिला और उन्होंने अपनी प्रतिभा को साबित भी कर के दिखाया.
* मैकुलम ने दिया बड़ा मौका
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने फखर जमां को बल्लेबाजी के गुर सिखाये. उसका खुलासा खुद जमां ने ही किया है. उन्होंने फाइनल से पहले बताया कि न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम से जब मैं मिला तो उन्होंने मेरी बल्लेबाजी देखकर कहा कि तुम हमारे सभी मैच खेलोगे. लेकिन शर्त है कि अपनी स्टाइल में ही तुम खेलोगे. जमां ने बताया कि उन्होंने मैकुलम से बल्लेबाजी के कई गुर सीखे.
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