पूर्व कप्तानों ने कहा, उच्चतम न्यायालय की बात माननी चाहिए बीसीसीआई को

बेंगलूर: पूर्व भारतीय कप्तानों अनिल कुंबले, राहुल द्रविड और कृष श्रीकांत ने आज कहा कि बीसीसीआई को उच्चतम न्यायालय के सुझावों का पालन करना चाहिए लेकिन इन्होंने शीर्ष अदालत के किसी विशिष्ट प्रस्ताव पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उच्चतम न्यायालय ने सट्टेबाजी और स्पाट फिक्सिंग मामला लंबित रहने तक बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 27, 2014 6:13 PM

बेंगलूर: पूर्व भारतीय कप्तानों अनिल कुंबले, राहुल द्रविड और कृष श्रीकांत ने आज कहा कि बीसीसीआई को उच्चतम न्यायालय के सुझावों का पालन करना चाहिए लेकिन इन्होंने शीर्ष अदालत के किसी विशिष्ट प्रस्ताव पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

उच्चतम न्यायालय ने सट्टेबाजी और स्पाट फिक्सिंग मामला लंबित रहने तक बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन की जगह पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के लेने और आईपीएल सात से फ्रेंचाइजियों चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स के निलंबन का प्रस्ताव रखा है. उच्चतम न्यायालय ने साथ ही इंडिया सीमेंट्स के अधिकारियों को बीसीसीआई के संचालन से दूर रखने का आदेश पारित करने का प्रस्ताव भी रखा है.

कुंबले ने कहा, ‘‘सबसे पहले उच्चतम न्यायालय के फैसला देने का इंतजार कीजिए और उच्चतम न्यायालय का जो भी अंतिम फैसला होगा, मुझे यकीन है कि कानून के मुताबिक चलने वाले हम सभी नागरिक इस फैसले को मानेंगे.’’ कुंबले ने कहा कि क्रिकेट भी इस तरह (भ्रष्टाचार) की गतिविधियों से बचा हुआ नहीं है. चौतरफा आलोचना के बावजूद दक्षिण भारत की क्रिकेट इकाइयों के श्रीनिवासन का समर्थन करने के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कुंबले ने कहा कि यह शर्तिया समर्थन नहीं था.

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