इन 5 कारण से टीम इंडिया को मिली हार
किंग्सटन : एक मात्र टी-20 मैच में करारी हार के साथ टीम इंडिया का वेस्टइंडीज दौरा खत्म हो गया है. रविवार को खेले गये मैच में वेस्टइंडीज की टीम ने भारत को 9 विकेट से हरा दिया. इंडीज ने इसके साथ साबित भी कर दिया कि वो टी-20 का मास्टर है. उसकी टीम में एक […]
किंग्सटन : एक मात्र टी-20 मैच में करारी हार के साथ टीम इंडिया का वेस्टइंडीज दौरा खत्म हो गया है. रविवार को खेले गये मैच में वेस्टइंडीज की टीम ने भारत को 9 विकेट से हरा दिया. इंडीज ने इसके साथ साबित भी कर दिया कि वो टी-20 का मास्टर है. उसकी टीम में एक नहीं कई क्रिस गेल हैं. एक नहीं चला तो दूसरा तैयार है.
इविन लेविस ने साबित कर दिया कि गेल के नहीं चलने के बाद भी उनकी टीम मैच जीत सकती है. लेविस ने भारत के खिलाफ रविवार को शानदार 125 रन की पारी खेली. कल के मैच को इंडीज की टीम ने एक तरफा साबित कर दिया. गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फिल्डिंग में मेजबान टीम ने शानदार प्रदर्शन दिखाया. आइये भारत की हार के लिए पांच वजहों के बारे में जानें.
जानें, शर्मनाक हार के बाद कप्तान विराट कोहली ने क्या कहा
1. भारत की खराब बल्लेबाजी : टीम इंडिया की हार के लिए खराब बल्लेबाजी सबसे बड़ी वजह बनी. टीम इंडिया ने शुरुआत अच्छी की थी. कप्तान विराट कोहली और धवन ने पारी की शुरुआत की और स्कोर को तेजी के साथ आगे बढ़ाना शुरू किया, लेकिन छठे ओवर की तीसरी गेंद पर कोहली ने 39 के स्कोर पर अपना विकेट दे दिया. उस समय टीम का स्कोर 64 रन था. फिर उसी ओवर में शिखर भी कोहली के साथ पेवलियन लौट गये.
इसके बाद पंत और कार्तिक ने धीमी बल्लेबाजी का नजारा पेश किया. पंत ने काफी सुस्त बल्लेबाजी की. उनकी बल्लेबाजी देखकर कभी नहीं लगा कि वो टी-20 मैच में खेल रहे हैं. कार्तिक ने हालांकि बाद में अपना हाथ खोला और 48 रन का स्कोर बनाया. इन दोनों बल्लेबाजों के आाउट होने के बाद धौनी और जाधव ने निराश किया. हार के बाद कप्तान ने भी माना की 25 से 30 रन और बनाये जा सकते थे.
2. भारत की खराब गेंदबाजी : टीम इंडिया की हार के लिए गेंदबाजों की भी बड़ी भूमिका रही. टीम इंडिया ने टी-20 के हिसाब से अच्छा स्कोर खड़ा किया था. 191 के स्कोर पर टीम इंडिया के गेंदबाज आसानी से इंडीज के बल्लेबाजों को आउट कर सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भारतीय गेंदबाज रन लुटाते रहे. भारत की ओर से पांच गेंदबाजों को गेंदबाजी के लिए उतारा गया, लेकिन एक मात्र विकेट लिया जा सका. केवल कुलदीप यादव को एक विकेट मिला. शमी, अश्विन, भुवनेश्वर कुमार और जडेजा काफी महंगे साबित हुए और उन्हें विकेट भी नहीं मिला.
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3. लुईस को मिला जीवनदान : लुईस को मिले जीवनदान ने भी भारत से मैच छीन लिया. अगर कप्तान विराट कोहली और शमी के बीच मिसकम्युनिकेशन नहीं होता को लुईस छठे ओवर में ही पवेलियन लौट चुके होते. दरअसल लुईस ने छठे ओवर में गेंद को उछाल कर मारने की कोशिश की, लेकिन गेंद उपर उठ गया. गेंद के पीछे एक साथ कोहली और शमी भागे, लेकिन दोनों के बीच हम-तुम के चकर में कैच टपक गया. हालांकि विराट कैच लेने की बेहतर स्थिति में थे. अगले ओवर में दिनेश कार्तिक भी उनका कैच लेने में असफल रहे. इसके बाद लुईस ने 62 गेंदों में 12 छक्के जड़ते हुए 125 रन बना डाले.
4. लुईस की तूफानी पारी : लुईस ने कल अकेले दम पर अपनी टीम को मैच जीता दिया. लुईस ने दो बार मिले जीवनदान को भली प्रकार से कैश किया और तूफानी शतकीय पारी जड़ दिया. लुईस ने कल के मैच में 12 छक्के और 6 चैकों की मदद से महज 62 गेंद पर 125 रन ठोक डाले और अंत तक आउट नहीं हुए. उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की.
5. वेस्टइंडीज की अच्छी गेंदबाजी : भारत की हार के लिए इंडीज टीम की गेंदबाजी की भी बड़ी भूमिका रही. मेजबान टीम के गेंदबाजों ने कभी भी विकेट लेने से पीछे नहीं हटे. उन्हें मार मिलती रही, लेकिन हार नहीं मानी. इसका नतिजा हुआ कि कोहली और धवन की शानदार शुरुआत के बाद भी टीम इंडिया को 200 का आंकड़ा छूने नहीं दिया. 7 महीने तक टीम से बाहर रहे टेलर ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया. हालांकि उनके पहले ओवर में 13 रन बने थे. लेकिन उन्होंने बेहतरीन वापसी करते हुए पहले महेंद्र सिंह धौनी और उसके बाद ऋषभ पंत को पवेलियन भेजा.