नयी दिल्ली : प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व सदस्य रामचंद्र गुहा का मानना है कि जिस तरीके से राहुल द्रविड और जहीर खान की सलाहकार पद पर नियुक्ति को रोककर रखा गया है उससे उनका सार्वजनिक अपमान हो रहा है.
गुहा ने ट्वीट किया, ‘ ‘अनिल कुंबले के साथ शर्मनाक व्यवहार अब जहीर खान और राहुल द्रविड के प्रति अपनाये जा रहे लापरवाह रवैये के रुप में नये मुकाम पर पहुंच गया है. ‘ ‘ उन्होंने आगे कहा, ‘ ‘कुंबले, द्रविड और जहीर इस खेल के महान खिलाड़ी हैं जिन्होंने मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया. वे इस तरह के सार्वजनिक अपमान के हकदार नहीं हैं. ”
सीओए ने रवि शास्त्री की मुख्य कोच के रुप में नियुक्ति को मंजूरी दी जिसके बाद गुहा की यह टिप्पणी सामने आयी है. समिति हालांकि यह स्पष्ट नहीं कर पायी कि द्रविड और जहीर विदेशी दौरों के लिये क्रमश: बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार हैं या नहीं जैसा कि बीसीसीआई ने दावा किया था. बैठक की विवरणिका के अनुसार, ‘ ‘अन्य सलाहकारों की नियुक्ति पर फैसला समिति मुख्य कोच से परामर्श करने के बाद करेगी. ‘ ‘ गुहा ने भारतीय क्रिकेट में ‘सुपरस्टार संस्कृति ‘ की आलोचना करते हुए सीओए से अपना इस्तीफा दिया था. उन्होंने पूर्व खिलाडियों के ‘हितों के टकराव ‘ का मसला भी उठाया था.