पाल्लेकल : रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी की धारदार गेंदबाजी से भारत ने श्रीलंका को तीसरे और अंतिम टेस्ट में तीसरे ही दिन पारी और 171 रन से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला में 3-0 से क्लीन स्वीप किया.
भारत ने विदेशी सरजमीं पर पहली बार तीन या इससे अधिक टेस्ट मैचों की श्रृंखला में क्लीनस्वीप किया है. 85 साल के टेस्ट इतिहास में टीम इंडिया को ऐसा मौका पहली बार मिला. इससे पहले भारत ने विदेश में सिर्फ एक बार 1967-68 में न्यूजीलैंड की सरजमीं पर किसी श्रृंखला में तीन टेस्ट जीते थे और तब मंसूर अली खान पटौदी की अगुआई वाली भारतीय टीम ने चार मैचों की श्रृंखला 3-1 से अपने नाम की थी.
* रंग लायी कोहली-शास्त्री की जोड़ी
विराट कोहली और मुख्य कोच के रूप में रवि शास्त्री की जोड़ी ने अपने पहले ही अभियान में रंग जमाया है. श्रीलंका दौरे पर जब टीम इंडिया जा रही थी, तो उस समय टीम इंडिया में कोच विवाद अपने चरम पर था. शास्त्री अपने सहयोगी स्टॉफ को लेकर अड़े हुए थे और जहीर और राहुल द्रविड की जोड़ी का भी विरोध करने से परहेज नहीं किया.
बहरहाल अब टीम इंडिया उस विवाद से काफी आगे निकल चुकी है और विराट कोहली और शास्त्री की अगुवाई में टीम इंडिया लगातार अच्छा प्रदर्शन दिखा रही है. श्रीलंका को उसी की धरती में टीम इंडिया ने 3-0 से रौंदकर टेस्ट श्रृंखला पर कब्जा कर लिया. विदेशी धरती में पहली बार ऐसा हो पाया कि टीम इंडिया ने 3-0 से किसी भी टीम को क्लीन स्वीप किया हो.
* धौनी से आगे निकले विराट कोहली
महेंद्र सिंह धौनी को पीछे छोड़कर विराट कोहली विदेश में भारत के दूसरे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं. विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम विदेशी धरती पर अब तक 7 टेस्ट मैच जीत चुकी है. विराट की कप्तानी में भारत ने विदेश में अब तक कुल 13 मैच खेले हैं, जिनमें 7 में जीते मिली है. वहीं धौनी की कप्तानी में भारत ने विदेश में 30 मैचों में 6 मैच पर जीते दर्ज की है. विराट ने विदेशी धरती पर करियर के 12वें मैच में ही धौनी की बराबरी कर ली थी. विदेश में सबसे ज्यादा मैच जीतने का भारतीय रिकॉर्ड पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के नाम पर है, गांगुली की कप्तानी में भारत ने 11 मैच जीते हैं.