नयी दिल्ली : राष्ट्रीय चयन समिति ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाले पहले तीन वनडे के लिये रविवार को टीम का चयन करेगी और इसमें फैसला किया जायेगा कि रविचंद्रन अश्विन को काउंटी चैम्पियनशिप को बीच में छोड़कर बुलाया जाये या नहीं. अश्विन इस समय इंग्लिश काउंटी के लिये डिवीजन दो में वारेस्टरशर के लिये खेल रहे हैं और उनका अनुबंध चार मैचों का है जिसमें से अभी तक दो ही मैच हुए हैं.
अश्विन को अब 12 से 15 सितंबर तक लिसेस्टरशर के खिलाफ घरेलू मैच खेलना है और अंतिम मैच 25 से 28 सितंबर तक डरहम के खिलाफ होगा. अगर अश्विन को इन दोनों मैचों में खेलने के लिये अनुमति दी जाती है तो वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैचों के लिये उपलब्ध नहीं हो पायेंगे.
अक्षर पटेल और युजवेंद्र चाहल अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो चयनकर्ता अश्विन को काउंटी मैच अनुभव पूरा करने की अनुमति दे सकते हैं. चयन मामलों की जानकारी रखने वाले बीसीसीआई के अधिकारी ने कहा, अश्विन को वारेस्टरशर के लिये चार मैचों का अनुबंध मिला है और अगर उसे दो ही मैचों के बाद बुला लिया जाता है तो उसे काउंटी में उचित अनुभव हासिल करने का उद्देश्य पूरा नहीं हो पायेगा. टीम प्रबंधन और चयनकर्ताओं ने फैसला किया था कि उन्हें काउंटी क्रिकेट में खेलना चाहिए.
टीम चयन में किसी हैरानी भरे बड़े फैसले की उम्मीद नहीं है लेकिन अगले तीन महीनों में 23 अंतरराष्ट्रीय मैचों (11 वनडे, नौ टी20 अंतरराष्ट्रीय और तीन टेस्ट) को ध्यान में रखते हुए चयनकर्ता टीम प्रबंधन के साथ मिलकर देखेंगे कि गेंदबाजी इकाई -तेज गेंदबाज और स्पिनरों- पर कितना भार पड़ेगा.
भुवनेश्वर कुमार या जसप्रीत बुमरा को अगर आराम दिया जाता है तो यह दिलचस्प होगा और इनकी जगह उमेश यादव या मोहम्मद शमी को पहले तीन मैचों के लिये बुलाया जाये. बल्लेबाजी लाइन-अप सटीक दिखता है जिसमें सभी शीर्ष खिलाडियों — कप्तान विराट कोहली, उप कप्तान रोहित शर्मा, शिखर धवन, लोकेश राहुल, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धौनी का चयन तय है. हार्दिक पंड्या के ऑल राउंडर के तौर पर चुने जाने की उम्मीद है.
उम्मीद है कि चयन बैठक में चेयरमैन एमएसके प्रसाद कांफ्रेंस काल के जरिये जुड़ेंगे जो लखनउ में दलीप ट्रॉफी मैच देख रहे हैं जबकि सरनदीप सिंह और देवांग गांधी क्रमश: दिल्ली और कोलकाता में हैं.