आइपीएल: टीम इंडिया से बाहर चल रहे सितारों के लिए वापसी का सुनहरा मौका

नयी दिल्ली : आगामी 16 अप्रैल से शुरू हो रही इंडियन प्रीमियर लीग का सातवां संस्करण टीम इंडिया से बाहर चल रहे दिग्गजों के लिए वापसी का प्लेफॉर्म साबित हो सकता है. वनडे वर्ल्ड कप अभी करीब आठ महीने दूर है, लेकिन आइपीएल के जरिये कई भारतीय खिलाड़ी वर्ल्ड कप के लिए खुद को होड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 13, 2014 6:57 AM

नयी दिल्ली : आगामी 16 अप्रैल से शुरू हो रही इंडियन प्रीमियर लीग का सातवां संस्करण टीम इंडिया से बाहर चल रहे दिग्गजों के लिए वापसी का प्लेफॉर्म साबित हो सकता है. वनडे वर्ल्ड कप अभी करीब आठ महीने दूर है, लेकिन आइपीएल के जरिये कई भारतीय खिलाड़ी वर्ल्ड कप के लिए खुद को होड़ में शामिल करने की कोशिश करेंगे. ऐसे खिलाडि़यों पर एक नजर.

वीरेंद्र सहवाग (पंजाब)

दिल्ली के इस खिलाड़ी के सितारे इन दिनों गर्दिश में हैं. यहां तक कि आइपीएल की नीलामी में इनकी पिछली टीम दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें बरकरार नहीं रखा. घरेलू क्रिकेट में भी सहवाग का बल्ला शांत ही रहा. हालांकि, वीरू बड़े अवसर को भुनाने में माहिर हैं. वीरेंद्र सहवाग ने हाल ही में संपन्न आइसीसी टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की ओपनिंग देखी है. शिखर धवन लय खो चुके हैं. वहीं, रोहित शर्मा और अजिंक्य रहाणे में भी निरंतरता की कमी है. अगर सहवाग आइपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो राष्ट्रीय चयनकर्ता उनके नाम पर विचार कर सकते हैं.

इरफान पठान (हैदराबाद)

टीम इंडिया को अभी एक फास्ट बॉलर सह ऑलराउंडर की जरूरत है. इस भूमिका के लिए स्टुअर्ट बिन्नी को टीम में लाया गया, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी का भरोसा उन पर खास जमा नहीं. ऐसे में अगर इरफान आइपीएल में हरफनमौका प्रदर्शन कर पाते हैं, तो भारतीय टीम के दरवाजे उनके लिए खुल सकते हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक इरफान को इसके लिए अपनी बॉलिंग स्पीड में इजाफा करना होगा.

हरभजन (मुंबई इंडियंस)

भारतीय टीम में रविचंद्रन अश्विन के उभरने के साथ ही हरभजन सिंह का पतन शुरू हुआ. इसके बाद रवींद्र जडेजा और फिर अमित मिश्रा ने अच्छा प्रदर्शन कर हरभजन की वापसी की राह मुश्किल कर दी है. हालांकि इसके बावजूद अगर हरभजन आइपीएल-7 में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो संदीप पाटील की अगुवाई वाली चयन समिति वर्ल्ड कप और उससे पहले होनेवाली सीरीजों के लिए भज्जी के नाम पर विचार कर सकती है.

युवराज सिंह (बेंगलुरु)

ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में 21 गेंदों पर सिर्फ 11 रन बनानेवाले युवराज सिंह को प्रशंसकों और विशेषज्ञों की आलोचना का सामना करना पड़ा. हालांकि, इतिहास गवाह रहा है कि भारतीय क्रिकेट प्रेमी कुछ अच्छी पारियों के बाद पुरानी गलती माफ कर देते हैं. ऐसे में अगर युवी आइपीएल में अपनी नयी टीम बेंगलुरु के लिए अच्छी पारियां खेल पाते हैं, तो निश्चित रूप से वह टीम इंडिया में शामिल होने के दावेदार होंगे.

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