।। अनुज कुमार सिन्हा ।।
रांची में खेले गये पहले टी-20 मैच में शनिवार को भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को परेशान कर दिया. धीमी विकेट पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी गेंद को समझ ही नहीं पा रहे थे और एक के बाद एक बोल्ड आउट होते गये. बारिश के कारण जब खेल रुकी, उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर आठ विकेट पर 118 रन था और सिर्फ आठ गेंदें फेंकी जानी शेष थी. इसके बाद अंपायरों ने ऑस्ट्रेलियाई पारी वहीं पर समाप्त कर दी. डकवर्थ लुईस पद्धति के आधार पर जीत के लिए मिले 6 ओवर में 48 रन का टारगेट का पीछा करते हुए टीम इंडिया ने रोहित शर्मा का एक मात्र विकेट खोकर 5 ओवर और 3 गेंद पर 49 रन बनाकर मैच जीत लिया.
बारिश की आशंका पहले से ही थी. कोहली ने अच्छा टॉस जीता और गेंदबाजी करने का फैसला किया. स्मिथ घायल होकर मैच से बाहर थे. इसका असर टीम पर दिखा. वार्नर पहले ही ओवर में चले गये. इसके बाद फिंच और मैक्सवेल ने पारी को आगे बढ़ाया. सिर्फ फिंच (30 गेंदों पर 42 रन) ही टिक पाये.
ऑस्ट्रेलिया जो भी स्कोर बना पाया, उसमें मैक्सवेल-फिंच के बीच की 47 रन की साझेदारी रही. अपने पहले ही ओवर में चहल ने पांडया के हाथों आउट करवा कर इस जोड़ी को तोडा. इसके बाद पूरी टीम ढह गयी. ऑस्ट्रेलिया का कोई भी खिलाड़ी गेंद को समझ ही नहीं पा रहा था और एक के बाद एक बोल्ड आउट हो रहा था. आठ विकेट में एक रन आउट और एक कैच को छोड़ कर बाकी सभी बोल्ड हुए.
अगर भारतीय खिलाड़ी कुछ अवसर नहीं दिये होते तो ऑस्ट्रेलिया की टीम की स्थिति और खराब होती. चहल ने 15वां ओवर फेंका और इसमें तीन बार पेइन आउट होने से बचे. एक बार खुद चहल ने कैच छोड़ा. धौनी ने उसी ओवर में स्टंपिंग का आसाना मौका गवांया. इसके बाद उसी ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने पेइन का कैच छोड़ा. यानी एक ओवर में तीन मौका छोड़ा.