नयी दिल्ली : दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बीच यहां पालम के वायुसेना मैदान में रणजी ट्राॅफी मैच के दौरान सुरक्षा में उस वक्त बड़ी चूक दिखी, जब मैदान में अचानक एक व्यक्ति कार लेकर घुस गया.
इससे खिलाड़ी और अधिकारी हैरान रह गये. चालक कार लेकर दो बार पिच के ऊपर से गुजरा. इस मैच में गौतम गंभीर, ईशांत शर्मा, सुरेश रैना और ऋषभ पंत जैसे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी खेल रहे हैं.
हालांकि घटना के बाद सुरक्षाकर्मी हरकत में आये और गेट को बंद कर दिया, ताकि आरोपी भाग ना पाये. लेकिन इससे गंभीर घटना भी घट सकती थी.
इस घटना की एक फोटो में गंभीर, इशांत और मनन शर्मा खड़े हुए दिख रहे थे, जबकि कार पिच के बीच में खड़ी थी. सुरक्षा में इस बड़ी चूक से दोनों टीमों के खिलाड़ी हतप्रभ रह गये.
बीसीसीआई अपनी मान्यता प्राप्त इकाई सेना खेल संवर्धन बोर्ड (एसएससीबी) इस घटना की रिपोर्ट मांगेगा. दिन का खेल खत्म होने से 20 मिनट पहले शाम के लगभग चार बज कर 40 मिनट पर अचानक मैदान में एक वैगन आर कार घुस गयी.
इस समय उत्तर प्रदेश की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी कर रही थी. कार चालक की पहचान गिरीश शर्मा में हुई है, कार रोकने से पहले उसने दो बार कार को पिच के ऊपर से गुजारा.
यह पता चला है कि वायुसेना मैदान में कारों को ले जाने की अनुमति पूरी जांच के बाद दी जाती है लेकिन सुरक्षाकर्मी के गेट पर खड़ा नहीं होने से यह घटना घटी.
कार चालक ने परिसर में घुस कर कार को पार्किंग स्थल में ले जाने की जगह खेल के मैदान में घुसा दिया. अचानक हुई इस घटना से खिलाड़ी स्तब्ध रह गये. वायुसेना पुलिस ने संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस को सौंप दिया.
बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा, बीसीसीआई इस घटना की जांच करेगी. संबंधित विभाग सेना खेल संवर्धन बोर्ड से संपर्क करेगा क्योंकि यह गंभीर चिंता का विषय है.
उन्होंने कहा, यह सुरक्षा में चूक एसएसीबी के मैदान पर हुई है. जरा सोचिये, अगर इस व्यक्ति की कोई गलत भावना होती तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों की जान खतरे में पड़ सकती थी.
दिल्ली टीम के मैनेजर शंकर सैनी मैदान पर मौजूद थे. उन्होंने कहा, भगवान का शुक्र है कि कुछ अप्रिय घटना नहीं हुई. यह और गंभीर भी हो सकता था.
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, इसमें शामिल किसी भी पक्ष ने इस चालक के खिलाफ आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं करायी है. इस अधिकारी ने कहा, कोई भी आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गयी है.
शुरुआती जांच में पता चला है कि एयरफोर्स सुरक्षा का गार्ड गेट पर मौजूद नहीं था. हमने इस व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है, जिसकी पहचान गिरीश नाम से हुई है.
वह 30 वर्ष का है और किसी निजी फर्म में काम करता है. मैदान पर मौजूद डीडीसीए के एक अधिकारी ने कहा, वह बहुत परेशान दिख रहा था. वह लुंगी पहनकर कार चला रहा था. बल्कि जब उसे इस घटना के लिए डांटा गया, तो उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं लग रही थी.