नयी दिल्ली : न्यूजीलैंड के हाथों राजकोट में मिली करारी हार के बाद टीम इंडिया के एक खिलाड़ी की सबसे अधिक आलोचना हो रही है. हार के लिए सबसे अधिक उसी खिलाड़ी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. उसकी बल्लेबाजी की ही नहीं बल्कि उसे टी-20 से संन्यास ले लेने की सलाह भी दी जा रही है. जी हां, यहां बात भारत को दूसरी बार विश्वकप दिलाने वाले सबसे सफल कप्तानों शामिल महेंद्र सिंह धौनी के बारे में हो रही है.
राजकोट में टीम इंडिया को न्यूजीलैंड ने 40 रन से हराया था. भारत की हार में बल्लेबाजों की अहम भमिका रही. लेकिन अन्य कोई बल्लेबाजों पर कम और धौनी पर ज्यादा अंगुली उठायी जा रही है. भारत के पूर्व क्रिकेटरों (अजित अगरकर और वीवीएस लक्ष्मण) ने धौनी की आलोचना करते हुए उन्हें युवा खिलाडियों के लिए टी-20 से संन्यास ले लेने की सलाह दे डाली.
हालांकि वीरेंद्र सहवाग ने धौनी का बचाव किया है और कहा कि इस समय विराट कोहली की युवा टीम को धौनी की सबसे अधिक जरुरत है. इधर सहवाग के बाद भारत के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनिल गावस्कर भी धौनी के बचाव में उतर गये हैं. गावस्कर ने धौनी की आलोचना करने वालों को आड़े हाथ लिया है.
गावस्कर ने धौनी को संन्यास लेने की सलाह देने वालों को खरी-खोटी सुनाते हुए कहा, राजकोट में हार के लिए धौनी ही एक मात्र जिम्मेवार नहीं है. बल्कि टीम के अन्य बल्लेबाजों ने भी हार के लिए बड़ी भूमिका निभायी. गावस्कर ने धौनी का बचाव करते हुए कहा है कि एक उम्र को देखकर सभी उन्हें ही जिम्मेदार ठहराते हैं, जबकि मैच में हार के लिए दूसरे खिलाड़ी भी शामिल थे.
गावस्कर ने कहा, कि ‘हम उन पर गौर नहीं करते हैं, जो 30 साल से नीचे हैं. मगर 36 साल के धौनी पर उंगली उठा रहे हैं.’ ‘हमारे ओपनर अच्छी शुरुआत नहीं दे पाये, हम उसको नहीं देख रहे हैं. पांड्या गुगली को नहीं पढ़ पा रहा था. वो सब हम नहीं देखेंगे, लेकिन हम धौनी पर उंगली उठाएंगे.’ गावस्कर ने कहा कि हम उस आदमी से बहुत कुछ करने की उम्मीद रखते हुए संन्यास तक की बातें करने लगते हैं.