बर्थडे स्पेशल : जब ब्रेट ली की रफ्तार से पिच पर ही धाराशायी हुए बैट्समैन

नयी दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. ली का जन्म आज ही के दिन ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में 8 नवंबर 1976 को हुआ था. ली को पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के बाद दुनिया का सबसे खतरनाक फास्ट बॉलर माना जाता […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 8, 2017 4:08 PM

नयी दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं. ली का जन्म आज ही के दिन ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स में 8 नवंबर 1976 को हुआ था. ली को पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के बाद दुनिया का सबसे खतरनाक फास्ट बॉलर माना जाता था. ली जब अपने फॉर्म में होते थे तो दुनिया का अच्छा से अच्छा बल्लेबाजी भी मैदान पर उतरने से पहले यही मनाता था कि उसका सामना ब्रेट ली के साथ न हो. उसे कम से कम ली की गेंद का सामना करना पड़े.

जी हां, ब्रेट ली का नाम दुनिया के उन घातक गेंदबाजों में आता है जिसकी गेंदबाजी के आगे सचिन जैसे महान बल्लेबाज भी सोचने पर मजबूर हो जाते थे. ब्रेट ली की गेंद इतनी रफ्तार में आती थी कि कई बार तो बल्लेबाज को कुछ समझ में भी नहीं आता था और गेंद गिल्ली को ले उड़ता था. ली ने अपने अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट कैरियर में खेल के तीनों फॉर्मेट में गेंदबाजी की है. इतना ही नहीं उन्होंने पिच पर 8 दफा बल्लेबाजों को धाराशायी कर पवेलियन का रास्ता दिखाया.

ब्रेट ली को रफ्तार का बादशाह माना जाता था. ली की घातक गेंदबाजी में घायल होने वाले में केन्या, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और भारत के बल्लेबाज शामिल हैं. ब्रेट ली अपनी रफ्तार से भारत के सफलतम बल्लेबाज और पूर्व कप्तान राहुल द्रविड को भी पीच पर घायल कर चुके हैं. ब्रेट ली को बाउंसर के लिये जाना जाता था. जब बल्लेबाज उनकी गेंद पर चौका या छक्का जमाता था तो वो अपने बाउंसर से ही बल्लेबाजों को जवाब देते थे.

2004 में उनके एक बाउंसर की वजह से राहुल द्रविड़ को मैदान छोड़कर जाना पड़ा था. दरअसल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर सीरीज का मैच खेला जा रहा था. पहली पारी में भारत ने 705 रन बनाये थे, जवाब में ऑस्ट्रेलियाई पारी 474 पर सिमट गई थी.

दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 2 विकेट पर 211 रन बना लिए थे. द्रविड़ 91 रन बनाकर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब ब्रेट ली की बाउंसर उनके कान पर जा लगी. हेलमेट के ऊपर से गेंद कान पर लगी और द्रविड़ के कान से खून निकलने लगा. उसके बाद तत्कालीन भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भारत की पारी उसी समय घोषित कर दी थी.

* एक नजर ब्रेट ली के क्रिकेट कैरियर पर

ब्रेट ली क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में खेल चुके हैं. ली ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 76 टेस्ट, 221 वनडे और 25 टी-20 मैच खेले हैं. जिसमें उन्होंने टेस्‍ट में 310, वनडे में 380 और 25 टी-20 मैच में 28 विकेट लिये हैं. टेस्ट में ली का औसत 30.82 और वनडे में 23.36 के औसत से विकेट लिये हैं.

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