कोलकाता : सलामी बल्लेबाजों शिखर धवन (94) और केएल राहुल (73) ने शानदार अर्धशतक जमाकर श्रीलंका के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन रविवार को यहां भारत को संकट से निकालकर 49 रन की बढ़त दिला दी. ईडन गार्डन पर बेहतर स्थिति का फायदा उठाते हुए धवन और राहुल ने 166 रन की साझेदारी की. दोनों ने श्रीलंका की पहली पारी की 122 रन की बढ़त खत्म करके भारत को चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक बढ़त पर ला दिया. चौथे दिन के अंत में भारत ने दूसरी पारी में एक विकेट पर 171 रन बना लिये थे. राहुल के साथ चेतेश्वर पुजारा दो रन बनाकर क्रीज पर थे.
खिली हुई धूप से विकेट सूखने के कारण बल्लेबाजों को स्ट्रोक्स खेलने में दिक्कत नहीं आई. धवन और राहुल ने संयम के साथ खेलते हुए ढीली गेंदों का इंतजार किया. धवन ने स्पिनरों के खिलाफ बैकफुट का बखूबी इस्तेमाल किया. वह हालांकि शतक से छह रन से चूक गए और तेज गेंदबाज दासुन चनाका की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे. धवन ने 116 गेंदों का सामना करते हुए अपनी पारी में 13 चौके और दो छक्के लगाये.
राहुल ने 113 गेंदों का सामना करके अपनी पारी में आठ चौके जडे. इससे पहले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने दाहिने पैर में चोट के बावजूद गेंदबाजी करते हुए सुबह के सत्र में तीन विकेट लिये लेकिन श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने निचले क्रम पर संयम के साथ बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका को पहली पारी में 294 रन तक पहुंचाया. भुवनेश्वर कुमार ने 88 रन देकर और शमी ने 100 रन देकर चार-चार विकेट लिये.
भारत ने श्रीलंका के बाकी छह बल्लेबाजों को आउट करने में 38 ओवर लिये. श्रीलंका के लिये नौवे नंबर के बल्लेबाज रंगाना हेराथ ने सर्वाधिक 67 रन बनाये जिससे उनकी टीम ने 122 रन की बढ़त बनाई. राहुल और धवन ने दूसरी पारी में कोई जोखिम भरा शाट नहीं खेला. चाय के समय तक भारत 52 रन से पीछे था. राहुल जब 22 रन पर थे तो लाहिरु गामेगे ने उनके रिटर्न कैच का मौका गंवाया हालांकि यह काफी कठिन कैच था.
इससे पहले अपने शनिवार के स्कोर चार विकेट पर 165 रन से आगे खेलते हुए श्रीलंका ने निरोसन डिकवेला और दिनेश चांदीमल के विकेट गंवा दिये. श्रीलंका ने भारत का 172 रन का स्कोर चौथे ओवर में पार कर लिया था. डिकवेला ले 52वें ओवर में भुवनेश्वर को तीन चौके लगाये लेकिन शमी ने अपने चौथे और पांचवें ओवर में दोनों को पवेलियन भेजकर उनकी लय तोड़ दी. शमी ने कल रात के नाबाद बल्लेबाज डिकवेला को 35 और चांदीमल को 28 रन पर आउट किया. भारत ने पहले घंटे में 10 गेंद के भीतर तीन विकेट लिये.
इसके अलावा दिलरुवान परेरा (पांच) का पगबाधा का फैसला भी रिव्यू पर बदल गया. वह ड्रेसिंग रुम की ओर बढ़ चुके थे जब रिव्यू लिया गया. परेरा ने हेराथ के साथ 43 रन की साझेदारी की. वह 69वें ओवर में शमी की गेंद पर आउट हुए. शमी ने डिकवेला (35) को दूसरी स्लिप में विराट कोहली के हाथों लपकवाया. अगले ओवर में भुवनेश्वर ने दासुन शनाका (0) को आउट किया. श्रीलंका ने इस पर डीआरएस का इस्तेमाल किया लेकिन नाकाम रही.
शमी ने अगले ओवर की दूसरी गेंद पर श्रीलंकाई कप्तान को पवेलियन भेजा जिन्होंने विकेट के पीछे रिधिमान साहा को कैच थमाया. ऐसा लगने लगा था कि भारत अब श्रीलंकाई पारी को समेट देगा लेकिन डीआरएस का फैसला परेरा के पक्ष में गया. इससे स्टीव स्मिथ के चीटगेट प्रकरण की याद ताजा हो गई जो मार्च में भारत और श्रीलंका के बीच बेंगलूरु में दूसरे टेस्ट के दौरान हुआ था.
यह घटना 57वें ओवर की है जब परेरा को बैकफुट पर गेंद लगी थी. अंपायर नाइजेल लोंग ने उन्हें आउट करार दिया. परेरा ने पहले हेराथ की तरफ देखा और फिर जाने लगे. ड्रेसिंग रुम की ओर बढ़ते हुए अचानक ही उन्होंने रिव्यू लिया. यह पता नहीं चल सका कि क्या ड्रेसिंग रुम से उन्हें कोई मदद मिली थी.
पूरा मामला कैमरे में कैद हो गया और कमेंटेटर बार बार स्मिथ विवाद का जिक्र कर रहे थे. रिव्यू के बाद अंपायर का फैसला बदल दिया गया हालांकि विराट कोहली एंड कंपनी ने इसका कोई विरोध नहीं किया. यह इत्तेफाक ही है कि लोंग बेंगलूरु टेस्ट में भी अंपायर थे. परेरा हालांकि लंबे समय तक टिक नहीं सके और शमी का तीसरा शिकार हुए.