नयी दिल्ली : भारतीय क्रिकेटरों के डोप टेस्ट के मसले पर राष्ट्रीय डोपिंग निरोधक एजेंसी (नाडा) से ठनने के बाद बीसीसीआई ने खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड से इस मसले पर बात की और प्रस्तावित आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप में पाकिस्तान से खेलने को लेकर भी सरकार की राय मांगी.
नाडा भारतीय क्रिकेटरों का डोप टेस्ट करना चाहता है लेकिन क्रिकेट बोर्ड ने उसकी मांग खारिज कर दी. बीसीसीआई ने कहा कि वह वाडा के अनुरुप संगठन है और उसे नाडा की निगरानी में आने की जरुरत नहीं है. बीसीसीआई की आमसभा की विशेष बैठक नौ दिसंबर को होनी है जिसके एजेंडे में अब नाडा का मसला जोड़ दिया गया है.
बीसीसीआई सीईओ राहुल जोहरी और महाप्रबंधक (प्रशासन और खेल विकास) प्रोफेसर रत्नाकर शेट्टी ने राठौड से उनके दफ्तर में करीब 45 मिनट तक बात की. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, बातचीत का मसला नाडा और वाडा था. यह तय किया गया कि राहुल के साथ प्रोफेसर शेट्टी जायेंगे क्योंकि उन्हें बीसीसीआई की डोपिंग निरोधक नीति की जानकारी है.
कुछ अन्य मसलों पर भी बात की गई लेकिन मुख्य विषय डोपिंग निरोधक नीति ही थी. मंत्रालय की राय अब एसजीएम में बीसीसीआई अधिकारियों के समक्ष रखी जायेगी. बोर्ड के कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना ने पुष्टि की कि डोपिंग निरोधक नीति एजेंडे में जोड़ ली गई है.
बोर्ड के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यह शिष्टाचार भेंट थी और काफी पहले से तय थी. राठौड के पदभार संभालने के बाद से वे उनसे मिलना चाहते थे. उनसे पाकिस्तान से क्रिकेट संबंध के बारे में भी बात की गई. उन्होंने कहा, पाकिस्तान के साथ खेलने या नहीं खेलने का मामला खेल मंत्रालय का ही नहीं बल्कि पीएमओ और गृह मंत्रालय का फैसला होगा. भारत ने 2012-13 में अपनी धरती पर दो टी20 और तीन वनडे मैचों की श्रृंखला के बाद से पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है. टी20 श्रृंखला ड्रॉ रही थी जबकि पाकिस्तान ने वनडे श्रृंखला 2-1 से जीती थी.
बीसीसीआई ने 2014 में पीसीबी के साथ सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये थे जिसके तहत 2015 से 2023 के बीच उन्हें छह द्विपक्षीय श्रृंखलायें खेलनी है. भारत ने हालांकि आपसी संबंधों में आई तल्खी के बाद पाकिस्तान के साथ खेलने से इनकार कर दिया था.