नागपुर : भारतीय कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी भले ही केंद्रीय अनुबंध में पर्याप्त वृद्धि करने के लिए प्रशासकों की समिति (सीओए) प्रमुख विनोद राय से आग्रह करने के लिए तैयार हैं लेकिन वेतन में बढोतरी इतनी आसान नहीं है क्योंकि इसके लिए बीसीसीआई की आम सभा की मंजूरी की जरूरत पड़ेगी.
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बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी जो कप्तान कोहली के संपर्क में हैं, ने कहा, रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि खिलाड़ी आईपीएल प्रसारण से होने वाली कमाई से हिस्सा चाहते हैं लेकिन उन्होंने इस तरह की बात कभी नहीं की. हां उन्होंने सम्मानित वृद्धि की बात जरुर की है. सीओए भी समझते हैं कि उनके भुगतान ढांचे में बदलाव की जरुरत है. वर्तमान में भारतीय खिलाडी बीसीसीआई की कमाई का आठ प्रतिशत से भी कम (7.8 प्रतिशत) ही हासिल करते हैं और राय इसमें बदलाव चाहते हैं. लेकिन खिलाडी अभी जो मांग कर रहे हैं वह उन्हें तब तक नहीं मिलेगा जब तक कि बीसीसीआई की आम सभा संशोधित भुगतान ढांचे को मंजूरी नहीं दे देती.
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भारतीय खिलाड़ियों का मानना है कि आईपीएल का अनुबंध हासिल नहीं कर पाने वाले चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट के अपने कौशल के हिसाब से पर्याप्त धनराशि मिलनी चाहिए. इसी तरह से महेंद्र सिंह धौनी टेस्ट मैचों में नहीं खेलते लेकिन अन्य दो प्रारुपों में वह टीम के सदस्य हैं. कुंबले ने तब इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड की तरह खिलाड़ियों के लिए रेड और व्हाइट बॉल अनुबंध का सुझाव दिया था.