अगर अश्विन को तोड़ना है मुरली का रिकॉर्ड, तो करने होंगे ये उपाय….
नयी दिल्ली : टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 250 और 300 विकेट लेने वाले भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को आगे भी सबसे तेज का रिकार्ड बनाने और 600 विकेट के जादुई आंकड़े को छूने के लिए विदेशी सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा क्योंकि भारतीय टीम को अगले दो वर्षों में स्वदेश […]
नयी दिल्ली : टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम मैचों में 250 और 300 विकेट लेने वाले भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को आगे भी सबसे तेज का रिकार्ड बनाने और 600 विकेट के जादुई आंकड़े को छूने के लिए विदेशी सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन करना होगा क्योंकि भारतीय टीम को अगले दो वर्षों में स्वदेश के बजाय विदेशों में अधिक टेस्ट मैच खेलने हैं. अश्विन ने श्रीलंका के खिलाफ हाल में नागपुर टेस्ट मैच में अपने 54वें मैच में 300वां विकेट लेकर सबसे कम मैचों में इस मुकाम पर पहुंचने का रिकार्ड बनाया था. इसके बाद 350 से लेकर 800 विकेट तक के सभी रिकार्ड श्रीलंका के दिग्गज मुथैया मुरलीधरन के नाम पर हैं जिनकी नजर में अभी यह भारतीय आफ स्पिनर विश्व का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज है.
इस तरह से अश्विन भारतीय उपमहाद्वीप से बाहर 13 टेस्ट मैचों में केवल 41 विकेट ले पाये हैं जो कि प्रति मैच 3.1 विकेट बैठता है. अश्विन यदि उपमहाद्वीप से बाहर अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं कर पाते हैं तो फिर उनके लिए यह बुरी खबर होगी कि भारत को अगले दो साल में जो 16 टेस्ट मैच विदेशों में खेलने हैं वे सभी उपमहाद्वीप से बाहर खेले जाएंगे. भारत ने अगले साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका में चार टेस्ट मैच खेलने हैं जहां अश्विन ने जो एकमात्र टेस्ट मैच खेला है उसमें उन्हें विकेट नहीं मिला. इसके बाद जुलाई – अगस्त में भारतीय टीम इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैच खेलेगी. इस देश में अश्विन के नाम पर दो टेस्ट मैचों में तीन विकेट दर्ज हैं. भविष्य के दौरा कार्यक्रम यानी एफटीपी के अनुसार भारत अगले साल चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के लिए दिसंबर में आस्ट्रेलिया दौरे पर जायेगा जहां अश्विन का प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर (छह मैचों में 21 विकेट) है. भारतीय टीम अगस्त 2019 में वेस्टइंडीज में भी तीन टेस्ट मैच खेलेगी. कैरेबियाई सरजमीं पर अश्विन ने अब तक चार मैचों में 17 विकेट हासिल किये हैं. बीसीसीआई अगर किसी अन्य श्रृंखला का प्रबंध नहीं करता है तो भारत अगले दो वर्षों में स्वदेश में केवल आठ टेस्ट मैच ही खेल पाएगा.
सबसे तेज 300 विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाकर अश्विन पहुंचे Pench Tiger Reserve
अनिल कुंबले ने हालांकि पहले 300 के लिए 66 मैच खेले लेकिन इसके बाद 58 मैच खेलकर वह 600 के आंकड़े को छू गये थे. अश्विन अगर विदेशों में घर जैसा प्रदर्शन नहीं दोहरा पाते हैं तो उन्हें अंतिम एकादश से बाहर बैठना पड़ सकता है जैसा कि पहले भी होता रहा है. अश्विन के पदार्पण के बाद भारत ने उपमहाद्वीप में जो 41 टेस्ट मैच खेले उन सभी में यह आफ स्पिनर अंतिम एकादश में शामिल था. इन मैचों में अश्विन ने 259 विकेट लिये. उपमहाद्वीप से बाहर इस बीच भारत ने जो 21 टेस्ट मैच खेले उनमें से आठ में अश्विन को अंतिम एकादश में नहीं चुना गया था.