नयी दिल्ली : भारतीय कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी की टीम के लिये वेतन बढ़ाने की मांग को प्रशासकों की समिति (सीओए) ने स्वीकार कर लिया है, जिन्होंने व्यवस्त कार्यक्रम के मुद्दे पर उनसे जानकारी भी हासिल की. कोहली और धौनी ने राष्ट्रीय कोच रवि शास्त्री के साथ मिलकर सीओए प्रमुख विनोद राय, डायना इडुल्जी और बीसीसीआई मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी से यहां मुलाकात की.
राय ने दो से ज्यादा घंटे तक चली बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, हमने उन मुद्दों पर खिलाडियों से काफी विस्तार में चर्चा की जो सीधे उनसे संबंधित हैं, जिसके अंतर्गत उन्हें कितने मैच खेलने हैं, भविष्य दौरा कार्यक्रम (एफटीपी) और मुआवजे का पैकेज आदि मामले आते हैं. उन्होंने कहा, उन्हें हमें जितनी भी जानकारी देनी थी, वो हमें मिल गयी है और हम इनके अनुसार ही काम करेंगे.
प्रस्तुति दी जा चुकी है और एफटीपी के साथ उनका समझौता है ताकि उन्हें आराम मिल सके. दिनों की संख्या के बारे में मैं आपको नहीं बता सकता क्योंकि हमने अभी इस पर फैसला नहीं किया है. जहां तक मौजूदा भुगतान ढांचे का संबंध है तो ग्रेड ए से अनुबंधित खिलाडियों को सालाना दो करोड़ रुपये मिलते हैं, ग्रेड बी से अनुबंधित खिलाडियों को एक करोड़ रुपये दिये जाते हैं जबकि ग्रेड सी में खिलाडियों के लिये प्रत्येक वर्ष 50 लाख रुपये रखे गये हैं.
अंतिम एकादश खिलाडियों के लिये प्रत्येक टेस्ट मैच की फीस 15 लाख रुपये है जबकि उन्हें वनडे और टी20 में क्रमश: छह लाख और तीन लाख रुपये दिये जाते हैं. जो खिलाड़ी अंतिम एकादश में शामिल नहीं होते लेकिन टीम का हिस्सा होते हैं, उन्हें इस राशि का आधा दिया जाता है. पूर्व कोच अनिल कुंबले ने सीओए को दिये प्रस्तुतिकरण में ग्रेड ए खिलाडियों के लिये पांच करोड़ की मांग की थी. नये भुगतान ढांचे में फीस की राशि के बारे में अभी पता नहीं चल सका है.