नयी दिल्ली : फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे अंतिम टेस्ट मैच में विराट कोहली ने अपनी धुंआधार बल्लेबाजी से श्रीलंकाई खिलाडि़यों का पसीना निकाल दिया. 287 गेंद में विराट ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 243 रन बनाये. श्रीलंकाई गेंदबाज जहां विराट के आगे घुटने टेकते नजर आ रहे थे, वहीं दिल्ली के प्रदूषण ने फिल्डरों के नाक में दम कर दिया. प्रदूषण के कारण मैदान में उतरे सभी खिलाड़ी मास्क लगाये नजर आ रहे हैं. हालांकि विराट की पारी 243 रनों पर समाप्त हुई और वे संदाकन की सीधी गेंद पर पगबाधा आउट हो गये.
अंतिम क्रिकेट टेस्ट के दौरान उस समय शर्मनाक स्थिति पैदा हो गयी जब प्रदूषण के कारण वायु गुणवत्ता खराब होने के कारण कुछ देर के लिए मैच रोकना पडा. श्रीलंका की टीम के अधिकांश खिलाड़ी लंच के बाद मास्क पहनकर उतरे जिसके बाद खराब वायु गुणवत्ता के कारण लगभग 17 मिनट तक खेल रोकना पड़ा. मैच रैफरी डेविड बून ने हालांकि डाक्टर से परामर्श लेने के बाद मैच दोबारा शुरू कराने का फैसला किया.
मैच दोबारा शुरू होने पर गेंदबाज और विकेटकीपर को छोड़कर श्रीलंका के सभी खिलाडी मास्क पहनकर क्षेत्ररक्षण करते हुए नजर आये. दिल्ली को पिछले कुछ समय से प्रदूषण की समस्या का सामना करना पड़ा है. नवंबर में प्रदूषण का स्तर बढ़ने पर दिल्ली सरकार ने स्कूलों को बंद करने की घोषणा भी की थी. पिछले साल भी इस तरह की समस्या का सामना करना पड़ा था.
भारतीय कप्तान श्रीलंका के खिलाफ तीसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में लगातार दूसरा दोहरा शतक लगाते ही टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक दोहरे शतक जड़ने वाले कप्तान बन गये. कोहली ने श्रीलंका के तेज गेंदबाज सुरंगा लकमल की गेंद पर पुल शाट से दो रन बटोरकर 238 गेंद में दोहरा शतक पूरा किया. कोहली के नाम पर अब छह दोहरे शतक हो गये हैं जो सभी उन्होंने कप्तान के रूप में जड़े हैं. भारतीय कप्तान ने वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज ब्रायन लारा को पीछे छोड़ा जिनके नाम पर कप्तान के रूप में पांच दोहरे शतक दर्ज थे.
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर 1 दिसंबर को बढ़ गया और यह पिछले महीने धुंध के ठीक बाद दर्ज किये गये स्तर पर वापस पहुंच गया. हवा में तैरने वाले सूक्ष्म कण (पीएम 10) दिन में बढ़ कर 412 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पहुंच गये. वहीं, पीएम 2. 5 (सूक्ष्म कण) दिन में 200 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक रहा. पिछली बार 14 नवंबर को पीएम 10 इतना अधिक दर्ज किया गया था, जब दिल्ली प्रदूषण के हफ्ते भर के आपात स्तर से बाहर निकली थी. हालांकि, मौसम वैज्ञानिकों ने जोर देते हुए कहा है कि शहर में निकट भविष्य में धुंध की वह स्थिति लौटने की संभावना नहीं है.
उच्चतम न्यायालय ने वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिये देश भर में पटाखों की खरीद, बिक्री और इनके भण्डारण पर रोक सहित अनेक कदम उठाने के बारे में दायर याचिका पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा था. न्यायमूर्ति ए के सीकरी और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की पीठ ने केंद्र के साथ ही दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों को भी नोटिस जारी किये. याचिका में दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण की बड़ी वजह पराली जलाने का समाधान ढूंढने सहित अनेक मुद्दे उठाये गये हैं. केंद्र और राज्यों को चार सप्ताह में अपना जवाब दाखिल करना है.