-मैच शाम सात बजे शुरु होगा-
यह सीरीज अगले महीने में भारत के दक्षिण अफ्रीका के चुनौतीपूर्ण दौरे के लिए कोई अच्छी तैयारी साबित नहीं हुई है क्योंकि घरेलू टीम ने पसंदीदा परिस्थितियों में कमजोर टीम के खिलाफ दबदबा बनाये रखा. भारतीय बल्लेबाजों ने कमजोर आक्रमण के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया. रन और विकेट हमेशा खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं लेकिन सवाल इस बात का है कि दक्षिण अफ्रीकी परिस्थितियों में इनका यह प्रदर्शन कितना मायने रखेगा. नियमित कप्तान विराट कोहली और शिखर धवन तथा भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति के बावजूद श्रीलंकाई खिलाड़ियों को कोई राहत नहीं मिली जो अपने सीनियर जैसे एंजेलो मैथ्यूज पर ज्यादा ही निर्भर हैं.
श्रीलंका के वरिष्ठ खिलाड़ी भारतीय गेंदबाजों और बल्लेबाजों का सामना करने में जूझते रहे. लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) जैसे मजबूत ढांचे ने मेजबानों के लिए एक अच्छी बेंच स्ट्रेंथ तैयार कर दी है.युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय पर्दापण करने के तुंरत बाद खुद के लिए जगह बनाने में सफल रहे. श्रीलंका को जरूरत है कि उसके कप्तान तिसारा परेरा, उपुल थरंगा और मैथ्यूज उदाहरण पेश कर नेतृत्व करें. ये लंबे समय से टीम का हिस्सा रहे हैं और अगर ये मजबूत प्रदर्शन करते हैं तो वे खिलाड़ियों में कुछ उत्साह और उम्मीद जगा सकते हैं. दुष्मंत चामीरा और धनंजय डि सिल्वा जैसे खिलाड़ियों ने उम्मीद जगायी है तथा उन्हें निरंतर प्रदर्शन करने के लिए मार्गदर्शन की जरूरत है. भारत को इस श्रीलंकाई टीम पर दबदबा बनाने के लिए भारत को अपनी सर्वश्रेष्ठ टीम की जरूरत नहीं है लेकिन उनका अच्छा प्रदर्शन करना आवश्यक है. उन्हें भले ही सफलता का बड़ा श्रेय नहीं मिले लेकिन कमजोर टीम के खिलाफ असफलता निश्चित रूप से नकारात्मक साबित होगी.