बेंगलुरु : लोकेश राहुल और मनीष पांडे जैसे भारतीय खिलाड़ियों पर शनिवार को आईपीएल की नीलामी में फ्रेंचाइजी ने काफी धनराशि खर्च की जबकि इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स सबसे महंगे बिके.
मैदान के बाहर के विवादों के बावजूद राजस्थान रायल्स ने बोली प्रक्रिया में किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपर किंग्स को पछाड़कर 12 करोड़ 50 लाख रुपये में स्टोक्स को खरीदा. फ्रेंचाइजियों ने घरेलू खिलाड़ियों को अधिक तवज्जो दी जिससे अधिकांश भारतीय खिलाड़ियों के लिए अच्छी बोली लगी. सलामी बल्लेबाज राहुल और मध्यक्रम के बल्लेबाज पांडे के लिए क्रमश: किंग्स इलेवन पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद ने 11-11 करोड़ रुपये खर्च किये. इन दोनों की मोटी कीमतों को देखते हुए इनकी पिछली फ्रेंचाइजियों रायल चैलेंजर्स बेंगलूर और कोलकाता नाइट राइडर्स ने राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया.
कर्नाटक के खिलाड़ियों के लिए नीलामी में अच्छी खासी बोली लगी. भारतीय टीम से बाहर चल रहे करुण नायर को किंग्स इलेवन पंजाब ने अन्य फ्रेंचाइजियों को पछाड़ते हुए पांच करोड़ 60 लाख रुपये में खरीदा. भारतीय कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धौनी के अंतिम कार्यकाल के दौरान उनके भरोसेमंद केदार जाधव को बल्लेबाजी, आफ स्पिन और बैकअफ विकेटकीपर की उनकी ऑलराउंड क्षमता के कारण धौनी की अगुआई वाले सीएसके ने सात करोड़ 80 लाख रुपये में खरीदा.
चेन्नई की टीम ने हालांकि रविचंद्रन अश्विन के लिए कड़ी बोली नहीं लगाई जो अब किंग्स इलेवन का हिस्सा होंगे जिन्होंने उनके लिए सात करोड़ 60 लाख रुपये खर्च किये. टी20 विशेषज्ञ संजू सैमसन को राजस्थान रायल्स ने आठ करोड़ में फिर खरीदा जबकि राबिन उथप्पा को केकेआर ने छह करोड़ 40 लाख रुपये में खरीदा. सीएसके ने हरभजन सिंह को दो करोड़ रुपये के उनके आधार मूल्य पर खरीदा.
हालांकि कोई भी स्टोक्स के करीब नहीं पहुंच पाया जो पिछले कुछ समय में विवाद का हिस्सा रहे हैं. एक पब के बाहर झड़प के बाद उन्हें इंग्लैंड की एशेज टीम से बाहर कर दिया गया. इस मामले में उनके खिलाफ आरोप भी लगाए गए हैं. किंग्स इलेवन पंजाब और चेन्नई सुपरकिंग्स ने भी स्टोक्स पर बोलियां लगाई लेकिन पुणे फ्रेंचाइजी में स्टोक्स के कप्तान स्टीव स्मिथ उन्हें हर हाल में टीम में चाहते थे और राजस्थान रायल्स के मालिकों ने उनकी इच्छा का सम्मान किया.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए भी उम्मीद के मुताबिक बड़ी बोलियां लगी. मिशेल स्टार्क को केकेआर ने नौ करोड़ 40 लाख रुपये में खरीदा. सोलह मार्की खिलाड़ियों में से एक ग्लेन मैक्सवेल पर भी भारी भरकम बोली लगी और उन्हें नौ करोड़ रुपये में पांच साल बाद दिल्ली डेयरडेविल्स में वापसी की.
किंग्स इलेवन ने मैक्सवेल के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया. केकेआर ने दिल्ली डेयरडेविल्स की गौतम गंभीर के लिए दो करोड़ 80 लाख की बोली के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया लेकिन क्रिस लिन को उन्होंने नौ करोड़ 60 लाख रुपये में दोबारा खरीदा. वेस्टइंडीज के आक्रामक बल्लेबाज क्रिस गेल को टी20 विशेषज्ञ होने के बावजूद कोई खरीददार नहीं मिला.
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट भी नहीं बिके. उनके साथी खिलाड़ी क्रिस वोक्स के लिए हालांकि आरसीबी ने सात करोड़ 40 लाख रुपये की बोली लगाई. भारतीय बल्लेबाज करुण नायर की आधार मूल्य सिर्फ 50 लाख रुपये था लेकिन किंग्स इलेवन पंजाब ने उनके लिए पांच करोड़ 60 लाख रुपये की मोटी बोली लगायी.
रविचंद्रन अश्विन को किंग्स इलेवन पंजाब ने सात करोड़ 60 लाख रुपये में खरीदा. दिल्ली डेयरडेविल्स ने अपने संभावित कप्तान गौतम गंभीर को सिर्फ दो करोड़ 80 लाख रुपये में खरीदा जबकि हरभजन सिंह को चेन्नई सुपरकिंग्स ने दो करोड़ रुपये में अपने साथ जोड़ा. एक अन्य अनुभवी खिलाड़ी युवराज सिंह को किंग्स इलेवन पंजाब ने दो करोड़ रुपये में खरीदा.
ड्वेन ब्रावो को चेन्नई सुपरकिंग्स ने राइट टू मैच कार्ड के जरिये छह करोड़ 40 लाख रुपये में खरीदा. कीरोन पोलार्ड को उम्मीद के मुताबिक मुंबई इंडियन्स ने राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल करते हुए पांच करोड़ 40 लाख रुपये में खरीदा जबकि सनराइजर्स हैदराबाद ने किंग्स इलेवन की लगातार बोलियों के बाद शिखर धवन को पांच करोड़ 20 लाख रुपये में राइट टू मैच से वापस खरीद लिया.
चेन्नई सुपरकिंग्स ने राइट टू मैच के जरिये फाफ डु प्लेसिस को सिर्फ एक करोड़ 60 लाख रुपये में अपने साथ बरकरार रखा. राजस्थान रायल्स ने भी राइट टू मैच के जरिये अजिंक्य रहाणे को चार करोड़ रुपये में अपने साथ फिर जोड़ लिया. केन विलियमसन एक बार फिर तीन करोड़ रुपये में सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा होंगे.