नयी दिल्ली : टीम इंडिया के तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार आज 28 साल के हो गये हैं. टीम इंडिया में गुड ब्वॉय के नाम से मशहूर हो चुके भुवी का जन्म 5 फरवरी 1999 को मेरठ, उत्तर प्रदेश में हुआ था. 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले भुवी ने महज कुछ सालों में ही वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी धाक जमा ली है. हालांकि टीम इंडिया में उनका अंदर-बाहर आना-जाना लगा रहता है.
बहरहाल क्रिकेट के मैदान पर शांत और गंभीर दिखने वाले तेज गेंदबाज भुवी क्रिकेट में तब सुर्खियों में आये जब उन्होंने क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर को शून्य पर आउट किया था. दरअसल 2008-09 में यूपी और मुंबई के बीच हैदराबाद में रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा था. उस समय भुवी 19 साल के भी नहीं हुए थे. उन्होंने सचिन को शून्य पर आउट कर तहलका मचा दिया था.
संयोग की बात है कि सचिन उससे पहले घरेलू क्रिकेट में शून्य पर आउट नहीं हुए थे. यानी घरेलू क्रिकेट में सचिन को शून्य के स्कोर पर आउट करने गेंदबाज के रूप में भुवी ने अपनी पहचान बना ली.
इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज है. उन्होंने क्रिकेट के तीनों प्रारूप में डेब्यू मैच में पहला विकेट बोल्ड करके लिया. टी-20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू मैच में उन्होंने पाकिस्तान के नासिर जमशेद, वनडे में मोहम्मद हफीज और टेस्ट क्रिकेट में डेविड वॉर्नर को बोल्ड किया है.
23 नवंबर 2017 को अपनी गर्लफ्रेंड और बचपन की दोस्त नुपूर नागर के साथ विवाह बंधन में बंधने वाले भुवी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भी काफी चर्चा में रहे. दरअसल अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट शृंखला में उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था. विराट कोहली की अगुवाई में भारत ने दक्षिण अफ्रीका से लगातार दो टेस्ट मैच हार गया था और भुवी जैसे गेंदबाज को टीम से बाहर रखा गया था. इस पर कोहली की काफी आलोचना हुई थी. बाद में तीसरी टेस्ट मैच में भुवी को टीम में शामिल किया गया.
* बहन के कारण क्रिकेट में आये भुवनेश्वर
भुवनेश्वर कुमार आज अगर क्रिकेट में अपनी गेंदबाजी का जलवा बिखेर रहे हैं तो उसके पीछे उनकी बहन की अहम भूमिका रही है. बचपन से ही क्रिकेट के शौकिन भुवी आज क्रिकेट में नहीं होते अगर उनकी बहन रेखा ने उनका साथ नहीं दिया होता. दरअसल नौकरी के सिलसिले में भुवी के पिता हमेशा बाहर रहते थे. वैसे में उनकी बहन ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिए हमेशा प्रेरित किया. बहन रेखा ने इस बात के लिए पिता को राजी किया था कि भुवी को क्रिकेट में ही कैरियर बनाने का मौका दिया जाए.