नयी दिल्ली : आईपीएल स्पॉर्ट फिक्सिंग के आरोप में आजीवन निलंबन का सामना कर रहे श्रीसंत आज अपना 34 वां जन्मदिन मना रहे हैं. श्रीसंत टीम इंडिया में वापसी और बीसीसीआई की ओर से आजीवन निलंबन के खिलाफ लगातार कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.
हालांकि श्रीसंत को कोर्ट की ओर से क्लीन चीट मिल चुकी है, लेकिन बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि श्रीसंत के खिलाफ आजीवन निलंबन के फैसले को वापस नहीं लिया जाएगा. श्रीसंत ने बीसीसीआई के फैसले को लेकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है.
बहरहाल श्रीसंत टीम इंडिया के अहम तेज गेंदबाज रहे हैं, लेकिन मैदान पर आक्रामक रवैया के कारण श्रीसंत हमेशा विवादों में रहे हैं. हरभजन सिंह के साथ उनका विवाद काफी चर्चा में रहा है. आईपीएल के एक मैच के दौरान भज्जी ने श्रीसंत को थप्पड़ जड़ दिया था. हालांकि भज्जी ने कुछ दिनों पहले साफ कर दिया था कि क्यों उन्होंने श्रीसंत का थप्पड़ जड़ा था.
भज्जी ने एक टीवी साक्षात्कार में राज खोला था कि उन्होंने मैदान में टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज श्रीसंत को क्यों थप्पड़ मारा था. दरअसल घटना आईपीएल मैच के पहले सत्र की है. 2008 में किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियन के बीच मैच चल रहा था और उस समय श्रीसंत जो मैदान पर काफी आक्रामक रहते थे, कुछ हरकत कर दी. इस पर नाराज होकर भज्जी ने मैदान पर ही उन्हें थप्पड़ रशीद कर दिया. इस घटना के बाद श्रीसंत मैदान पर ही रोने लगे.
यह घटना मीडिया में भी काफी दिनों तक सुर्खियों में रहा. इस घटना के बाद हरभजन सिंह को 11 मैच लिए बैन कर दिया गया था. भज्जी ने साक्षात्कार के दौरान कहा कि यह घटना उनके कैरियर की सबसे बड़ी भूल थी. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. लेकिन भज्जी ने बताया कि आखिर यह घटना क्यों हुई.
हरभजन सिंह ने बताया कि श्रीसंत उस मैच में काफी नौटंकी की थी इस लिए उन्होंने ऐसा किया था. मैंने हर बार यह कहा है कि कुछ चीजें लाइफ में मैंने बहुत गलत की है. लेकिन श्रीसंत ने ऐसा रोना शुरू कर दिया था कि मैंने उसे काफी जोर से चांटा मारा हो.