डरबन : ऑस्ट्रेलिया ने दक्षिण अफ्रीका को पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में 118 रन से शिकस्त दी लेकिन डेविड वार्नर और क्विंटन डिकाक के बीच झड़प पांचवें और अंतिम दिन के खेल में चर्चा का विषय रही.
ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिये केवल एक विकेट की दरकार थी उसने 18 मिनट और 22 गेंद के अंदर यह विकेट हासिल कर लिया. जोश हेजलवुड ने डिकाक को पगबाधा आउट किया जिन्होंने 83 रन बनाये. दक्षिण अफ्रीका ने सुबह नौ विकेट पर 293 रन से आगे खेलना शुरू किया और उसकी टीम 298 रन पर आउट हो गयी.
इस जीत से ऑस्ट्रेलिया ने चार टेस्ट मैचों की शृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी. मिशेल स्टार्क को मैच में नौ विकेट लेने के लिये मैन आफ द मैच चुना गया. मैच समाप्त होने से कुछ देर पहले हालांकि एक वीडियो फुटेज के कारण बवाल मच गया जिसमें ऑस्ट्रेलियाई आक्रामक बल्लेबाज वार्नर को रविवार को खेल के दौरान डिकाक को गुस्से में कुछ कहते हुए दिखाया गया है.
वार्नर तब डिकाक की तरफ बढ़ रहे थे लेकिन उनके साथी उन्हें खींचकर अलग ले गये. रिपोर्टों के अनुसार यह घटना तब हुई जब खिलाड़ी चाय के विश्राम के समय अपने ड्रेसिंग रूम में लौट रहे थे.
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रवक्ता ने बयान में कहा, ‘सीए( क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया) डरबन में खिलाड़ियों के बीच की घटना से वाकिफ है. सीए तथ्यों का पता लगा रहा है और तब वह कोई टिप्पणी नहीं करेगा. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के स्टार बल्लेबाज एबी डिविलियर्स के रन आउट होने पर जश्न मनाने के तरीके के लिये आलोचना हुई थी.
डिविलियर्स सलामी बल्लेबाज एडेन मार्कराम के साथ गफलत के कारण रन आउट हुए थे. इसमें वार्नर ने अहम भूमिका निभायी थी. ऑस्ट्रेलियाई उप कप्तान ने इसके बाद अपने साथियों के साथ जश्न मनाया. नाथन लियोन ने गिल्ली गिराने के बाद डिविलियर्स की तरफ गेंद फेंकी और अपने साथियों के साथ जश्न मनाने के लिये दौड़ पड़े.
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका ने जारी बयान में टीम मैनेजर मोहम्मद मूसाजी ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की घटना हुई और निश्चित तौर पर यह खेल भावना के तहत नहीं थी. उन्होंने कहा, दिन का खेल समाप्त होने के बाद मैच रेफरी ने हमसे बात की. हम इस घटना को लेकर आईसीसी से आगे के संवाद का इंतजार करेंगे.
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के व्यवहार की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि लियोन अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्हें कहना चाहिए कि यह( उनका जश्न का तरीका) गैर जरूरी था.